राम बाबू, कुशल प्रशासक के साथ साथ सच्चे समाज सेवी भी थे – डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन

✍️ANA/S.K.Verma

🟥खगड़िया। कलवार सेवक समाज के तत्वावधान में गोगरी के अवकाश प्राप्त सब रजिस्ट्रार राम बाबू चौधरी की 09 वीं पुण्य तिथि के अवसर पर श्रृद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता कलवार सेवक समाज के फाउंडर चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ वर्मा ने दिवंगत राम बाबू की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके प्रति भावभीनी श्रद्धांजलियां अर्पित की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ वर्मा ने कहा राम बाबू एक कुशल प्रशासकीय अधिकारी के साथ साथ समाज सेवी थे। उन्होंने अपने आस पास के छात्र छात्राओं को हमेशा शिक्षा के प्रति आकर्षित किया और निरंतर मार्ग दर्शन किया करते थे। महिला पत्रकार इन्दु प्रभा ने कहा मेरे पिता स्वo राम बाबू चौधरी जी हमेशा दलित और गरीबों को कहा करते थे आधी रोटी खाओ मगर बच्चों को अवश्य शिक्षित करो, तभी तुम्हारा और तुम्हारे समाज का सर्वांगीण विकास हो सकेगा। गोगरी अनुमंडल बार एसोसिएशन के महा सचिव प्रियवर्त सिंह ने कहा आज भी गोगरी अनुमंडल सहित ज़िले के सभी प्रखंडों में स्वo राम बाबू चौधरी के कार्य कलापों की चर्चा होती है। उनके द्वारा दिए गए मार्ग दर्शन पर आज अनेक छात्र और छात्राएं ऊंची मुकाम पर पहुंच कर अपने परिवार और समाज की सेवा कर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार वर्मा ने कहा स्वo राम बाबू चौधरी के बताए मार्गों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजली होगी। सदर अस्पताल के हेल्थ काउंसलर अभिलाष ने कहा स्वo राम बाबू अक्सर कहा करते थे गरीबों के दुःख दर्द को हमेशा पाटने की कोशिश करो और उनकी दुआएं लो। वे सरकारी अधिकारी रहते हुए समाज के निचले तबके के लोगों की भरपूर मदद किया करते थे। जिला अराजपत्रित कर्मचारी संघ के वरिष्ठ नेता व समाज सेवी चंद्रशेखर मंडल ने कहा राम बाबू चौधरी के कार्य काल में हमेशा गरीबों को न्याय मिलता था। वे कभी भी अमीरों के झांसे में और उनके लालच में नहीं आए। यही वजह है की ज़िले में उनके नाम पर लोग आज भी उन्हें सम्मान दे रहे हैं। श्रृद्धांजलि सभा में अपने अपने उदगार व्यक्त कर उनके प्रति श्रृद्धांजलि अर्पित करने वालों में प्रमुख हैं अशोक वर्मा, अनिल वर्मा, अजय वर्मा, सुरेश नायक, राजा वर्मा, विकास चौधरी, अनिल चौधरी, गौरव वर्मा, राज किशोर यादव, माहेश्वरी चौधरी तथा कन्हाई चौधरी आदि।