🛑बरेली (संवाददाता)

भारत व फलस्तीन के दशकों पुराने रिश्तों को मजबूती मिली है गाजा को भेजी गई भारतीय राहत सामग्री से:मुफ्ती सलीम।

गाजा में पैदा हुई मानवीय आपदा के समय राहत सामग्री भेजने को आगे आएं सामाजिक संगठन।

मानवतावादी सुफी संघ बरेली की ओर से आज नुरी रजा मेहमान खाने के हाॅल में गाजा के बेकसूर बुढे,

महिलाओं,बीमारों,जखमियों और आम नागरिकों के लिए मानवीय हमदर्दी की खातिर राहत सामग्री भेजे जाने पर एक चिंतन बैठक का आयोजन किया गया जिस में मुख्य तौर पर मुफ्ती मोहम्मद सलीम बरेलवी साहब ने कहा कि हमारे देश भारत के रिशते फलस्तीन के साथ दशकों पुराने हैं,हमारा देश फलस्तीन की बेकसूर व मजलुम आम जनता के साथ हमेशा मजबूती के साथ खडा रहा है,

जब भी फलस्तीन के आम और असहाय नागरिकों को मदद की जरुरत पडी है भारत ने बढ चढ़कर हमेशा मदद की है,इजराइल और हमास के बीच टकराव की जंगी चक्की में आज गाजा के आम और बेकसूर लोग पिस रहे है और उन्हे इस समय मानवीय सहायता और राहत सामग्री की सख्त जरूरत है,

ऐसे नाजुक समय में हमारे देश भारत ने आगे आकर गाजा के मजलुम लोगो के लिए जो राहत सामग्री और चिकित्सक सामान भेजा है उस की विश्व स्तर पर प्रशंसा हो रही है,इस राहत सामग्री को भेज कर भारत ने एक बार फिर विश्व स्तर पर यह स्पष्ट कर दिया है कि वह फलस्तीनी जनता का कल भी दोस्त व हमदर्द था,आज भी है और सदैव रहेगा।हमें भी अपने देश के विदेश मंत्रालय के जिम्मेदारान से मिल कर अपनी अपनी मानवीय मदद और राहत सामग्री गाजा भेजने के लिए आगे आना चाहिए और अपनी हुकुमत के द्वारा वहां के मजलुमों और बेसहारा जरुरतमंदों तक पहुंचाने का प्रयास करना चाहिए।

डाक्टर शमशाद नुरी ने कहा कि हमें गाजा के लिए मानवता के आधार
पर मानवीय राहत सामग्री इकठ्ठा करने के लिए आगे आना चाहिए और जब राहत सामग्री का इंतजाम हो जाए तो अपने देश भारत के नाम से

अपनी हुकुमत से संपर्क कर के गाजा को भिजवाने का इंतजाम करना चाहिए।
सुफी आसफंद साहब ने कहा कि यही उचित समय है कि मानवीय कार्य करने वाले मानवतावादी और सामाजिक संगठन आगे आऐं और जिस तरह हमारे देश ने गाजा को

राहत सामग्री भेजकर गाजा के मजलुमों के साथ अपनी हमदर्दी और सहानुभूति जताई है उसको नजीर बना कर हम भी इस मानवीय कार्य में बढ चढ़कर हिस्सा लें।