गोरखपुर / कोरोना महामारी जिसमें इंसान और इंसानियत की परिभाषा ही बदल दी एक ऐसा समय जब अपने ही पराए हो गए, लोग अपनों की ही चिता को जलाने से डरने लगे,किसी का कुशल क्षेम पूछने से भी हिचकिचाने लगे। लॉकडाउन के कारण लोगों के रोजगार छिन गए बहुत से मजदूरों के परिवार भुखमरी की कगार पर आ गए बच्चे एवं वृद्ध दवाइयों के लिए तरस गए ऐसी ही विषम परिस्थितियों में पुलिस विभाग में कार्यरत क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ एवं थानाध्यक्ष गोरखनाथ लोगों की मदद को आगे आए दोनों ही अधिकारियों ने जिन परिवारों के पास राशन नहीं था उन्हें राशन उपलब्ध कराया, जिन्हें दवाइयों की आवश्यकता थी उन्हें दवाइयां उपलब्ध कराई ,जिन्हें एंबुलेंस चाहिए थी उन्हें एंबुलेंस इसके साथ ही साथ लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन भी कराते रहे ।
अल फलाह एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी इनकी सेवाओं को देखते हुए स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में दोनों ही अधिकारी क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ रत्नेश सिंह एवं थाना अध्यक्ष गोरखनाथ रामाज्ञा सिंह को अंग वस्त्र प्रमाण पत्र एवं बुके देकर सम्मानित किया। संस्था के संस्थापक एवं सचिव अफरोज अहमद ने कहा कि हमें ऐसे अधिकारियों पर गर्व है जिन्होंने कोरोना काल में गरीब एवं असहाय लोगों की मदद की और आम जनमानस को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए प्रेरित किया संस्था के पदाधिकारी ऐसे अधिकारियों को सम्मानित करके गर्वित महसूस कर रहे हैं।
सम्मानित करने वालों में प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष अब्दुल कादिर जिला अध्यक्ष जाकिर अली वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्र निषाद उपाध्यक्ष महफूज उर रहमान एवं अन्य पदाधिकारी गण मौजूद रहे।