🛑जी पी दुबे
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🛑बस्ती 1 नवम्बर 23.

कार्यों में शिथिलता पाए जाने पर जिलाधिकारी अन्द्रा वामसी ने बहादुरपुर, दुबौलिया, कप्तानगंज, सल्टौआ गोपालपुर तथा बस्ती सिटी बाल विकास परियोजनाओं के सीडीपीओ का वेतन अग्रिम आदेशों तक के लिए रोक दिया है।

कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण समिति की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कार्य करने के साथ-साथ पोर्टल पर डाटा फीडिंग भी महत्वपूर्ण है, जिससे जिले की प्रगति प्रदेश स्तर पर परिलक्षित होती है। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने निर्देश दिया है कि प्रत्येक ब्लॉक में सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को डाटा फीडिंग की ट्रेनिंग कराई जाए।

सीडीपीओ क्षेत्र का भ्रमण बढ़ाएं, प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर सुनिश्चित करें कि वजन मशीन अवश्य उपलब्ध हो तथा बीएचएनएस दिवस नियमित रूप से आयोजित किया जाए।
जिलाधिकारी नें पाया कि पोर्टल पर अन्नप्राशन, गोद भराई तथा पोषण दिवस तो आयोजित किया जा रहा है परंतु उसकी फीडिंग पोर्टल पर नहीं की जा रही है।

जिले में कुल 3655 आंगनबाड़ी केंद्र है, जिसमें से 225 में कार्यकत्री या सहायिका की तैनाती नहीं है।
जनपद में पोषाहार तैयार करने वाली यूनिट द्वारा समय से सभी परियोजनाओं को इसकी आपूर्ति नहीं की जा रही है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने सीडीओ को समीक्षा कर आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।

आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण एवं कायाकल्प की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि नवंबर माह में कार्य पूरा किया जाए। जनपद में 77 आंगनबाड़ी केंद्रों का ₹200000 की लागत से कायाकल्प किया जा रहा है। इस संबंध में उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को भी तेजी लाने का निर्देश दिया है। समीक्षा में उन्होंने पाया कि कुल 3474 सैम चिन्हित बच्चों में से 1842 बच्चों को दवा दी गई है। 92 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र संदर्भित किया गया, लगभग 20% केंद्र पर वजन मशीन नहीं है।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि ऐसे रिक्त आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए ग्राम पंचायत द्वारा वजन मशीन खरीदा जाएगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सावित्री देवी ने बताया कि कप्तानगंज की सीडीपीओ बिना अनुमती मुख्यालय छोड़कर चली जाती हैं। आज भी बैठक में उपस्थित नहीं है। जिलाधिकारी के निर्देश पर इनका वेतन रोका गया तथा उन्होंने इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के लिए भी शासन को संस्तुति भिजवाने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को पका- पकाया भोजन उपलब्ध कराने के लिए तैयारी की समीक्षा किया।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इन बच्चों का मीनू भी स्कूली बच्चों के समान है, इसलिए स्कूल की रसोईया द्वारा ही इसे भी तैयार किया जाएगा। जो आंगनवाड़ी केंद्र अलग से संचालित हो रहे हैं वहां पर अलग से रसोइया की व्यवस्था की जाएगी। बैठक में सीडीओ जयदेव सीएस, सीएमओ डॉ. रमाशंकर दुबे, उप जिलाधिकारी सदर गुलाबचंद, बीएसए अनूप कुमार, डीआईओएस जगदीश शुक्ला, सभी खंड विकास अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी गण तथा सीडीपीओ उपस्थित रहे।