🛑देवरिया,

क्षेत्रीय जैविक कृषि केंद्र नागपुर और उन्नत कृषि अभियान परिषद के सयुक्त तत्वाधान में आयोजित 30 दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स में
30 जनवरी 2024 को जवाहरलाल कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर मध्यप्रदेश में क्षेत्रीय जैविक कृषि केंद्र नागपुर व विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित स्टैकहोल्डर कांफ्रेंस ऑन नेचुरल फार्मिंग कार्यक्रम में देश भर से उपस्थित किसान व वैज्ञानिकों को मल्टीलेयर कृषि कॉन्सेप्ट को समझाने का प्रयास किया ।

वक्ता के रूप में मध्यप्रदेश की पावन भूमि पर पधारे बंसी ग़ीर गौशाला के संस्थापक व गौकृपामृतम के जनक भाई गोपाल सुतारिया जी ने किसान भाई बहनों को गौ कृपाअमृतम के कंपोनेंट और चमत्कारिक परिणाम के बारे में बताया ।

इस दोरान क्षेत्रीय जैविक कृषि केंद्र के रीजनल डायरेक्टर श्री ए एस राजपूत जी ने किसानों को प्रकृतिक खेती वर्तमान की जरूरत और भविष्य की बड़ी इंडस्ट्रीज़ है,,कहते हुयें युवाओं को इसे अपनाने का आग्रह जिया।

डॉ ए एस राजपूत जी ने देश भर से 30 दिवसीय कोर्स सहभागिता हेतु बधाई दी।
इस कार्यशाला में नाबार्ड के डी डी एम अभिषेक घोष ने सरकार की महत्वाकांक्षी योजना एफ पी ओ ,उद्यानिकी विशेषज्ञ अश्वनी मोडले ने उद्यानिकी के सहारे जीवन स्तर उन्नयन के टिप्स दिए,पशुपालन विशेषज्ञ डॉ डी पी सिंह सहित अनेक विषय

विशेषज्ञों के साथ आकाश चौरसिया व उनकी टीम ने प्रतिभागियों को बहु विधि ,,,हर थाली, विषमुक्त,,थाली बनाने के गुर बताए।
मध्यप्रदेश सरकार के पूर्व कृषि मंत्री, पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष डॉ रामकृष्ण कुशमारिया जी ने भी प्रशक्षिण कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के साथ, इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए विश्वास प्रकट किया कि यहाँ की सीख अपने क्षेत्र में

प्रयोग कर, अन्य किसानों को भी इससे जोड़ने और विषमुक्त कृषि को आगे बढ़ा कर राष्ट्रोत्थान में महती भूमिका अदा करेंगे।
उन्होंने प्राकृतिक, जैविक कृषि फार्म कपुरिया सागर मध्यप्रदेश की पूरी टीम और आकाश चौरसिया के कार्यो को राष्ट्रभक्ति करार दिया।
एक माह के कार्यशाला में देश भर से चुन कर आये किसान प्रतिभाग कर रहे हैं।

✍️रिपोर्ट मृत्युंजय गुप्त विशारद