🔻शहादत दिवस पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी को याद किया*
🔴देवरिया।आज टाउन हाल स्थित कांग्रेस कार्यालय पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गाँधी की 31 वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेसियों ने सिद्दत से याद किया।कार्यालय पर उपस्थित कांग्रेसियों ने स्व.राजीव गाँधी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।स्व. गाँधी की शहादत दिवस पर श्रद्धांंजलि देने के बाद कार्यालय में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।गोष्ठी को संबोधित करते हुए कार्यवाहक जिलाध्यक्ष जयदीप त्रिपाठी ने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी बहुत ही विपरीत एवं चुनौतीपूर्ण हालात में प्रधानमंत्री बने थे।उनकी आधुनिक एवं उन्नत सोच ने देश को कंप्यूटर तथा सूचना व संचार क्रांति में सक्षम बनाया।भारत में कंप्यूटर एवं मोबाईल स्व. राजीव गाँधी की आधुनिक सोच की देन हैं।देश के ईमानदार नेताओं में सुमार राजीव गाँधी ने भारत को आधुनिक बनाने में जो महान प्रयास किया वह अनुकरणीय है।देश में कंप्यूटर क्रांति लाकर डिजिटल इण्डिया बनाने में स्व. राजीव गाँधी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।वह कंप्यूटर क्रांति एवं डिजिटल इण्डिया के निर्माता थे। राजीव जी कहा करते थे कारखानों , बांधो एवं सड़कों को विकास नहीं कहते विकास का असली लक्ष्य लोगों के लिए आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक पूर्ति करना है विकास में मानवीय मूल्यों को प्रथम वरीयता दी जाती है उनका मानना था जब तक पंचायती राज व्यवस्था सफल नहीं होगी तब तक निचले स्तर पर लोकतंत्र नहीं पहुंच सकता उन्होंने अपने कार्यकाल में पंचायती राज व्यवस्था का पूरा प्रस्ताव तैयार कराकर पंचायती राज व्यवस्था का मकसद सत्ता का विकेंद्रीकरण रहा राजीव गांधी की सरकार ने 1986 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा की जिसके तहत पूरे देश में उच्च शिक्षा व्यवस्था का आधुनिकीकरण और विस्तार हुआ गांव के बच्चों को भी उत्कृष्ट शिक्षा मिले इसके लिए उन्होंने नवोदय विद्यालय की स्थापना किया।
श्री त्रिपाठी ने आगे कहा कि स्व. राजीव गाँधी ने देश की एकता और अखण्डता के लिए बलिदान दे दी।आज ही के दिन सन् 1991में एक चुनावी जनसभा में आतंकवादियों ने देश के इस
महान नेता को हमसे छीन लिया। स्व. गाँधी की शहादत इतिहास में हमेशा प्रेरणादायक रहेगी।गोष्ठी में मुख्य रूप से वरिष्ठ उपाध्यक्ष आनन्द देव गिरि,नागेन्द्र शुक्ला,ऋषिकेश मिश्रा,शंभू नाथ दीक्षित,विजयशेखर मल्ल रोशन,भरत मणि त्रिपाठी,भागीरथी प्रसाद, धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय,विजय ,मुजफ्फर हुसैन मंसूरी,शंकर मिश्र,मनोज मणि,अब्दुल जब्बार, महेन्द्र अम्बेडकर,शिवशंकर सिंह,हरिश्चंद्र सिंह,आलोक त्रिपाठी राजन,रविन्द्र मल्ल,अशोक गोड़,इजहार अहमद आदि लोग उपस्थित रहे।