पुरूषों और लड़कों की मदद करने के लिए जागरुकता जरूरी

✍️ANA/Indu Prabha

🟥खगड़िया। “पुरुषों और लड़कों की मदद करना” थीम है अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस 2022 का, जिसका उद्देश्य है विश्व स्तर पर मर्दों के स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार के लिए कार्य करना। उक्त बातें, बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस के अवसर पर मीडिया से कही। आगे उन्होंने कहा पुरुषों के मुद्दों को उठाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार 19 नवम्बर 2007 ईo को अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाया गया था। इस अवसर पर पुरुषों एवं लड़कों की मदद करनी चाहिए क्यों कि पुरुष घूंट पीकर, खड़ी खोटी सुनकर, कई प्रकार की यातनाएं सह कर, अपने शौक और अरमान को त्याग कर अपने परिवार की खुशहाली और बेहतरी के लिए दिनरात कोल्हू की बैल की तरह खटता रहता है। इतना होने के बाबजूद पुरुषों को पारिवारिक सदस्यों से प्रताड़ना भी मिलता रहता है। फिर भी पुरुषों के चेहरे पर सिकन तक नहीं आता है। आगे डॉ वर्मा ने कहा इस प्रकार समाज में पुरुषों को हर मुकाम पर सम्मान मिलनी चाहिए। आवश्यकता है एक मुहिम चला कर, लोगों को जागरुक करने के लिए जागरूकता शिविर चलाने की। डॉ वर्मा ने सरकार से मांग किया है कि अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस के अवसर पर ज़िला स्तरीय सरकारी समारोह का आयोजन कर कर्मठ समाजसेवी पुरुषों और लड़कों को सम्मानित किया जाय।