मथुरा
✍️ रिपोर्ट सत्येंद्र यादव

जागरूकता रैली निकालकर सीआईएसएफ जवानों ने युवाओं से नशा छोड़ने की अपील की

नशा करने वाला व्यक्ति समाज एवं परिवार से हो जाता है दूर : सहायक कमाण्डेंट

🔴मथुरा– रविवार के दिन कान्हा की नगरी मथुरा में सीआईएसएफ जवानों ने सीआईएसएफ यूनिट आईओसी मथुरा के सहायक कमाण्डेंट हरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस के अवसर पर रिफाइनरी क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न गांव धाना तेजा, छडगांव, भैंसा गांव आदि में इकाई के समस्त बल सदस्यों ने सुबह-सुबह “जिंदगी को हां और नशे को ना कहें” का संकल्प लिया एवं नशे के विरूद्ध मार्च कर जागरूकता रैली के माध्यम से क्षेत्रीय लोगों को एवं बच्चों को जागरूक किया। इकाई के सहायक कमाण्डेंट हरेन्द्र कुमार ने बताया कि हर वर्ष 26 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस’ मनाया जाता है। नशीली वस्तुओं और पदार्थों के निवारण के लिए ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा’ ने 7 दिसंबर 1987 को यह प्रस्ताव पारित किया था और तभी से हर साल लोगों को नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से इसे मनाया जाता है।सहायक कमाण्डेंट ने कहा कि नशा, एक ऐसी बीमारी है जो कि युवा पीढ़ी को लगातार अपनी चपेट में लेकर उसे कई तरह से बीमार कर रही है। शराब, सिगरेट, तम्‍बाकू एवं ड्रग्‍स जैसे जहरीले पदार्थों का सेवन कर युवा वर्ग का एक बड़ा हि‍स्सा नशे का शिकार हो रहा है। हम सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि देश के युवाओं को नशे की आदतों से दूर रखकर देश को एक सुंदर भविष्य एवं शक्तिशाली राष्ट्र बनाने का संकल्प लेना चाहिए। मथुरा रिफाइनरी की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ बल सदस्यों ने देश की सुरक्षा के साथ-साथ लोगों को नशा मुक्ति जागरूकता अभियान से जोड़कर देश की भावी पीढ़ी को जनहित में संदेश दिया है, जिसकी क्षेत्रीय लोगों ने भूरी-भूरी प्रसंशा की है। इकाई के सहायक कमाण्डेंट हरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में नशे के विरूद्ध जन-जागरूकता रैली का हिस्सा बनते हुए इस मौके पर निरीक्षक डीपी त्यागी, उपनिरीक्षक विकास कुमार, उपनिरीक्षक पीके राज, उपनिरीक्षक एस. दास, उपनिरीक्षक अर्जुन सिंह, उपनिरीक्षक चुनाराम चौधरी एवं अन्य बल सदस्यों ने जागरूकता रैली में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और लोगों को जागरूक किया।