🟥संत कबीर नगर

हीरालाल रामनिवास स्नातकोत्तर महाविद्यालय, खलीलाबाद-संतकबीरनगर के हिंदी विभाग में “स्नातकोत्तर हिंदी साहित्य परिषद” के तत्वावधान में आज दिनांक 4 नवंबर 2023 को काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें स्नातकोत्तर प्रथम

सेमेस्टर एवं तृतीय सेमेस्टर में अध्यनरत छात्र-छात्राओं ने अपनी मौलिक रचनाओं का पाठ किया । इसीक्रम में कु. वसुंधरा ने “छोड़ा कान्हा बहिया दो चार लर टूटी” कविता सुना कर काव्य गोष्ठी का शुभारंभ किया । कु. हर्षिता ने “जीवन के हजार रंग हैं, जीवन में हजार गम है” पंक्तियाँ प्रस्तुत

किया ।कु. सुप्रिया ने “जिंदगी ने एक गीत गुनगुनाया ,वह बहुत याद आया” कु.प्रिया सिंह ने “जागो प्यारे नींद से जागो ,स्वप्न से जागो अपने जीवन की धारा को तुम पहचानों” पंक्तियाँ पढ़ीं। कु.दुर्गावती ने रामधारी सिंह दिनकर की कविता ‘कलम आज उनकी जय बोलो’ सुनाकर एक अलग ही परिवेश निर्मित कर दिया । हिंदी विभाग की शोध-छात्रा श्रीमती- साधना मौर्या ने

त्रिलोचन की कविता “बादल चले गए हुए” प्रस्तुत किया ।श्री-राजेश यादव, सहायक आचार्य ,हिंदी विभाग ने “गोरी तुहसे का बतलाई ,कितना अत्याचार चलत बा, तन पर चिथणा झूलत बाटे, सारा बदन उघार चलत बा” डॉ संध्या राय ,सहायक आचार्य, हिंदी विभाग में ‘किसान की व्यथा’ नामक कविता सुनाते हुए कहा- “बाबू हम निपट

गवार हंई,भइया हम निपट गंवार हंई, देखी – देखा अंउवाइला, असली जोन्हरिया सियार हंई ।” प्रस्तुत किया ।गोष्ठी की अध्यक्षता हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ अमित भारती ने किया। इस गोष्ठी में कु.गूंजा,कु. सरिता, कु.प्रियंका,कु. आफरीन ,कु.साइमा ,कु.हर्षित गुप्ता कु.मनीष यादव ने कविता प्रस्तुत किया। अंत में सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापन सुश्री नेहा गुप्ता सहायक आचार्य, हिंदी विभाग ने किया।