✍️डॉ शशि कांत सुमन

🔴मुंगेर। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत और राष्ट्रीय कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य कर्मियों को कालाजार उन्मूलन में उनकी भूमिका के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मंगलवार को मुंगेर स्थित आईएमए हॉल में एकदिवसीय जिलास्तरीय रिव्यू मीटिंग और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन मुंगेर के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ आनंद शंकर शरण सिंह, डीपीएम नसीम रजि, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर डब्ल्यू एचओ के जोनल कॉर्डिनेटर, केयर इंडिया के डीपीओ, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी संजय कुमार विश्वकर्मा, वेक्टर बोर्न डिजिज कंसलटेंट पंकज कुमार प्रणव सहित जिला के सभी पीएचसी, सीएचसी से आए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल मुंगेर की नर्सिंग स्टाफ और विभिन्न प्रखंडों में कार्य करने वाले वेक्टर बोर्न डिजिज अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला वेक्टर बोर्न डिजिज कंट्रोल ऑफिसर ने बताया कि राष्ट्रीय कालाज़ार उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मंगलवार को यहां डब्ल्यूएचओ के जोनल कॉर्डिनेटर डॉ. एज़हिलार्शन के द्वारा क्लीनिकल प्रेजेंटेशन ऑफ वीएल, वीएल-एचआईवी रेलप्स और डिजिज सर्विलांस इंटीग्रेटेड वेक्टर की जानकरी दी गई। वहीं डॉ दीपक के द्वारा ट्रीटमेंट ऑफ कालाजार पीकेडीएल, एचआईवी -वीएल को-इन्फेक्शन और वर्बल ऑटोप्सी, एडीआर रिपोर्टिंग और इन्फेक्शन एक्शन प्लान के विषय पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। डॉ दिलीप ने बताया कि कालाजार की डायग्नोसिस, इलाज और रोकथाम के लिए जो भी उपाय किए जाते है।इसके साथ ही मुंगेर को कालाजार के संक्रमण से मुक्त बनाए रखने के लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।