डॉ शशि कांत सुमन

पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पटना पहुंचते ही सियासी हलचल तेज हो गई है। तेजस्वी यादव के सरकार गिरने वाले बयान के खिलाफ जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मोर्चा खोल दिया है। कुशवाहा ने कहा कि कोई भी ताकत नीतीश सरकार को पांच सालों तक गिरा नहीं सकती है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि राजद के कई विधायक उनके समपर्क में हैं। समय आने पर इसका भी पता लोगों को चल जाएगा। आपको बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर के दौरे पर थे। वहां वे लोगों से मिल रहे थे। लोगों ने उनके सामने शिकायतों का अंबार लगा दिया। उनका आरोप था कि सरकार जानबूझ कर राघोपुर की उपेक्षा कर रही है। अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा-घबराइये मत, दो-तीन महीने में बिहार की सरकार गिरने जा रही है। फिर सारा काम सही से होगा।
तेजस्वी के इस दावे के बाद बिहार में सियासी सरगर्मी तेज हो गयी है।बिहार में एनडीए की पार्टियों के बीच खींचतान की खबरें पहले से आम हैं। इस बीच तेजस्वी यादव ने सरकार गिरने का दावा कर दिया है।राजद के कई नेताओं ने उनके बयान के बाद कहा कि एनडीए के कई नेता औऱ विधायक लालू यादव के संपर्क में है। माकूल वक्त का इंतजार किया जा रहा है ताकि समय पर चोट किया जा सके।
हालांकि जेडीयू औऱ बीजेपी ने तेजस्वी यादव के बयान को कोरी कल्पना करार दिया था। जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि दिन में सपने देखना तेजस्वी यादव ही नहीं बल्कि लालू यादव की आदत हो गयी है। उन्हें बिहार सरकार की चिंता छोड़ अपनी पार्टी की फिक्र करनी चाहिये। उनकी पार्टी के कई विधायक पाला बदलने को तैयार हैं। नीतीश कुमार को आरजेडी को तोड़ने की कोई इच्छा नहीं है वर्ना तेजस्वी का कुनबा ध्वस्त हो चुका होता।