शन्नू आज़मी की रिर्पोट,
घोसी (मऊ)। 3 जुलाई 1948 को भारत- पाक युद्ध में शहीद हुए पहले ब्रिगेडियर अमर शहीद महावीर चक्र विजेता ब्रिगेडियर उस्मान का शहादत दिवस शनिवार को घोसी तहसील क्षेत्र के उनके पैतृक गांव बीबीपुर में कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए एक सादे समारोह में ब्रिगेडियर उस्मान स्मृति संस्थान के तत्वाधान में एक श्रद्धांजलि सभा के रूप में मनाया गया। जिसमें लोगों ने ब्रिगेडियर उस्मान के चित्र पर माल्यार्पण कर उनका स्मरण किया।
श्रद्धांजलि सभा में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे क्षेत्रीय ज़िला पंचायत सदस्य सुभाष यदुबंशी ने अपने उदबोधन में कहा कि अमर शहीद ब्रिगेडियर उस्मान एक सच्चे राष्ट्रभक सैनिक थे। 1947 में भारत पाक विभाजन के समय उन्हें पाक सरकार द्वारा आर्मी चीफ बनाने का ऑफर दिया था। लेकिन ब्रिगेडियर उस्मान ने पाक के उस नापाक पेशकश को ठुकराकर भारत मां की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देना स्वीकार किया। हर देशवासी को अपने हृदय में उसी तरह की देशभक्ति पुनर्जीवित करना होगा तभी उस शहीद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस श्रद्धांजलि सभा में जहां प्रधान प्रतिनिधि मुन्ना गुप्ता, पूर्व प्रधान राजकुमार यादव, क्षेत्र पंचायत सदस्य अभिषेक यादव, शन्नू आज़मी, सैयद ज़फ़र आलम, सीताराम यादव, सुहेल अहमद, डा० मुन्ना यादव, रेहान उस्मानी, सेराज अहमद, सुब्हान उस्मानी, अज़हरुद्दीन, सैयद शाहबाज़, एनाउंसर ताज, परवेज़ उस्मानी, चंद्रकांत बर्नवाल, संजय शर्मा आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की वहीं लोकगीत गायक विपिन बिहारी पाठक व शायर सलमान घोसवी ने अपने गीतों के माध्यम से ब्रिगेडियर उस्मान की वीर गाथा का स्मरण कराया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विजय प्रताप यादव व संचालन शन्नू आज़मी ने किया। जबकि सुहेल अहमद ने सभी आगन्तुकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।