🟥गोरखपुर:- तुर्की में आए विध्वंस कारी जैसा भूकम्प, मानसून सत्र में आने वाले बाढ़, पहाड़ी क्षेत्र में होने वाले भूस्खलन, रोड दुर्घटना, ट्रेन दुर्घटना, वर्षा ऋतु में बज्रपात, कभी भी होने वाली सर्पदंश की घटना उपर्युक्त सभी घटनाओं में जन एवं संपत्ति का नुकसान भारी मात्रा में आम जन को उठाना पड़ता है, जिसके कारण से वर्तमान सरकार एवं आम जन को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है ।

उपर्युक्त सभी घटनाओं में कम से कम जन एवं धन का नुकसान हो इसके लिए पूरे भारतवर्ष में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एन.डी.आर.एफ) में कार्यरत बचाव कर्ताओं के द्वारा विभिन्न संस्थाओं जैसे स्कूल के विद्यार्थी, सरकारी कर्मचारियों, एनजीओ एवं बाढ़ क्षेत्र के ग्रामीणों को आपदा प्रबंधन जागरूकता अभियान चलाया जाता है । इसी जागरूकता अभियान के अंतर्गत आई.सी.आई.सी.आई. फाउंडेशन में (आई.सी.आई.सी.आई. फाउंडेशन एकेडमी के द्वारा बेरोजगार नवयुवकों को स्किल्स डेवलपमेंट ट्रेनिंग देकर, रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य किया जाता हैं)प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे नवयुवकों को एनडीआरएफ के मास्टर टीम द्वारा आपदा प्रबंधन पर आधारित एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
इसी को सांत्विक रूप देने के लिए 11 वीं वाहिनी के कमांडेंट श्री मनोज कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में दिनांक 14 फरवरी को आपदा प्रबंधन एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत बताया गया कि भूकंप आने पर बिल्डिंग के अंदर एवं बाहर रहने वाले को क्या कार्रवाई करनी चाहिए, रक्तस्राव को रोकने का तरीका, सर्फदंश के दौरान क्या करना है-क्या नहीं करना है, हाथ- पैर में किसी प्रकार का मोच आने पर या फ्रैक्चर होने पर प्रबंधन कैसे करना है, आकाशीय बिजली से बचाव कैसे करें, सी.पी.आर. प्रणाली क्या है- इसका प्रबंधन कैसे करें, घरेलू सामानो से स्टेचर एवं राफ्ट तैयार करना, इत्यादि के बारे में निरीक्षक कानाराम के नेतृत्व में ट्रेनिंग टीम द्वारा डेमो दिया गया और एकेडमी के प्रशिक्षणार्थियों द्वारा प्रैक्टिस कराई गई ।
यह कार्यक्रम आई.सी.आई.सी.आई. एकेडमी फॉर स्किल के इंचार्ज श्री अविनाश कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में संपन्न किया गया एवं ट्रेनर ज्ञानेंद्र कुमार, नीलेश तिवारी तथा समस्त स्टॉफ कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे ।