रिपोर्ट– सत्येंद्र यादवमथुरा (गोवर्धन) : मथुरा के गोवर्धन तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव अडींग में बीती रात्रि मिट्टी खनन माफियाओं द्वारा अवैध मिट्टी का खनन दिन प्रतिदिन सर चढ़कर बोलता हुआ नजर आ रहा है अवैध मिट्टी के खनन की सूचना मिलने के बाद मीडिया कर्मी द्वारा अवैध मिट्टी खनन कर कर ला रहे ट्रैक्टरों की अडीग बाईपास निकट मां केला देवी फार्म हाउस के समीप अवैध मिट्टी खनन माफियाओं द्वारा मिट्टी खनन करके ला रहे ट्रैक्टरों की वीडियो फोटोग्राफी की गई वीडियो फोटोग्राफी करने के उपरांत इसकी सूचना अड़ींग चौकी प्रभारी राकेश गिरी को दी गई सूचना देने के बाद चौकी प्रभारी राकेश गिरी ने मीडिया कर्मी को दूरभाष पर बताया कि अभी रात्रि गश्त पर चल रही गाड़ी को सूचित किया जा रहा है वही इसकी सूचना गोवर्धन थाना अध्यक्ष प्रदीप चौधरी को दी गई थानाध्यक्ष द्वारा अवैध मिट्टी खनन माफिया के पक्ष में सोचते हुए कहा गया कि अगर खनन हो रहा है तो इसकी सूचना आप खनन अधिकारी को दें आखिरकार सवाल यह उठता है कि थाना गोवर्धन पुलिस खान माफियाओं के प्रति इतना गैर जिम्मेदाराना जवाब मीडिया कर्मी को दूरभाष पर कैसे दे सकती हैं वही आपको अवगत करा दें कि अवैध मिट्टी खनन माफियाओं द्वारा उत्तर प्रदेश में मीडिया कर्मियों व अधिकारियों के ऊपर ट्रैक्टर चढा कर जान लेने तक की हरकतें की जा चुकी है हो सकता है शायद थानाध्यक्ष गोवर्धन प्रदीप चौधरी द्वारा ऐसी घटनाओं को सोचते हुए अपनी जान की परवाह करते हुए इतना गैर जिम्मेदाराना बयान दिया गया हो परंतु उसके बाद भी थानाध्यक्ष गोवर्धन प्रदीप चौधरी द्वारा इस प्रकार का गैर जिम्मेदाराना बयान कहीं ना कहीं पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान अवश्य पैदा करता है वही मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर द्वारा अवैध खनन माफियाओं के विरुद्ध उचित व कठोर कार्रवाई करने का जहां पूरे जिले में एक संदेश देने का काम किया जा रहा है वही गोवर्धन के थानाध्यक्ष द्वारा यह गैर जिम्मेदाराना बयान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर की आदेशों को भी ठेंगा दिखाता हुआ नजर आ रहा है अब देखना यह होगा कि इस तरीके का थानाध्यक्ष गोवर्धन द्वारा दिये गये बयान को आने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा गौरव ग्रोवर क्या इस पूरे मामले को संज्ञान में लेते हैं अथवा नहीं वही मीडिया कर्मी द्वारा अपनी जान की परवाह ना किए बिना खनन माफियाओं द्वारा किए जा रहे मिट्टी खनन की वीडियो और फोटोग्राफी करने के बाद खनन माफियाओं द्वारा मीडिया कर्मियों को जान से मारने की धमकी और बाद में देख लिए जाने की और किसी गंभीर मुकदमे में फंसाए जाने की धमकियां दी जा रही है अब देखना यह होगा कि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रामराज कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश राज्य में जहां एक तरफ मीडिया कर्मियों को सम्मान व सहयोग करने की बात की जाती है वही इन खनन माफियाओं द्वारा मीडिया कर्मी का उत्पीड़न करने में पुलिस द्वारा सहयोग किया जाता है अथवा नहीं या फिर सच्चाई दिखाने की हिम्मत दिखाने वाले मीडिया कर्मी का पुलिस द्वारा सहयोग किया जाता है अथवा नहीं यह सब आने वाले समय में पता चलेगा।