अब्दुल गफ्फार खान की रिपोर्ट,
ग्रामपंचायतों में गठन के बाद गावों में रोजगार के अवसर बढ़े।मनरेगा मजदूरों के चेहरों पर रौनक लौटी,
गोरखपुर (ब्रह्मपुर)
लाक डाउन की वजह से मनरेगा मजदूरों के समक्ष रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया था।इधर ग्रामपंचायतों के गठन तथा लाक डाउन खत्म होते ही गावों में रोजगार के अवसर मिलने शुरू हो गए है।ग्रामप्रधान भी धान की रोपाई के पहले सड़को पर मिट्टी का कार्य करा लेना चाह रहे हैं।क्योंकि धान की रोपनी हो जाने के बाद
इश्तियाक, रामदवन आदि गांव में काम मिलने से काफी खुश है।