संत कबीर नगर / सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट का गठन करते वक्त डॉक्टर अखलाक अहमद ने स्लोगन दिया था बेसहारों का सहारा। आज उसी स्लोगन को डॉक्टर अखलाक अहमद चरितार्थ कर रहे हैं। डॉक्टर अखलाक अहमद की सामाजिक कृत्यों का अवलोकन कर कुछ जरूरतमंद उनसे दूरभाष पर संपर्क में आए । संपर्क में आने के बाद जब उन्होंने अपनी व्यथा बताई तो सदैव जरूरतमंदों की आवाज बनने वाले, जब दुनिया खौफ के साए में डर कर घरों के चारदीवारी में कैद हो जाती हो ऐसे में डॉक्टर अखलाक अहमद उनकी मदद में हाथ बढ़ाते हैं । पिछले वर्ष कोरोना काल में जहां वह लगातार समाज को जागरूक करते रहे वही अपने इंसान होने का फर्ज निभाते हुए सीमित संसाधनों के बावजूद सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट के फाउंडर राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर अखलाक अहमद अपने कर्तव्य बोध को समझते हुए उनके दर्द को बांटने पहुंच जाते हैं । सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट के सक्रिय सदस्य मोहम्मद अकरम ने नकद राशि भेंट कर जरूरतमंद की जरूरत पर अपने कर्तव्य का निर्वहन किया है। यह भी वचन दिया कि जब भी जरूरतमंद को जरूरत पड़ेगी सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट उनके सहयोग के लिए हमेशा खड़ा रहेगा।