औंछा / मैनपुरी
औंछा। औंछा क्षेत्र में अवैध मिट्टी खनन माफियाओं की मनमानी जोरों पर है ।पुलिस की चुप्पी से बढ़े हुये मनोबल के कारण दबंग खनन माफियाओं का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि क्षेत्र के तालाबों के किनारों की जमीन, सरकारी जमीनें और चारगाह गहरे गड्ढों में तब्दील हो गये हैं।जहाँ एक ओर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ )कह रही हैं कि जनपद में तालाबों के किनारे पौधरोपण किया जाएगा, वहीं दूसरी ओर गहरे गड्ढों के चलते पौधरोपण होना संभव नहीं है ।
क्षेत्र में पुलिस की नाक नीचे रातभर मिट्टी की खुदाई का कार्यक्रम चलता रहता है।जेसीबी और ट्रैक्टरों का शोर सिर्फ पुलिस को सुनाई नहीं देता, वहीं दूसरी ओर क्षेत्रवासी उपजाऊ मिट्टी के इस दोहन को देखकर चिंतित हैं ।यह सरलता से समझा जा सकता है कि रातभर दौड लगाती जेसीबी और मिट्टी से भरी ट्रालियां किसकी शह पर बेखौफ होकर वारे-न्यारे कर रही हैं ।
इसी क्रम में नजर डाली जाये तो क्षेत्रवासियों ने बताया कि थाने से मात्र 500 मीटर की दूरी पर 2 दिन पहले जमीन सपाट पडी थी, मात्र 2 दिन में ही उस जमीन से हजारों ट्रालियां मिट्टी उठ गई और लगभग 20 एकड जमीन गड्ढे में बदल गयी।पर इसकी खबर न तो पुलिस को लगी और न प्रशासन को ।क्षेत्र के एटा रोड पर बमियाँ तालाब के चारों तरफ,लखोरा रोड पर ग्राम नगला कन्हई पर दर्जनों बीघा जमीन ,ग्राम होलूपुरा के पास भिटाई,नगला देवी मोड़,नगला मिन्ते भट्टा के पास अवैध मिट्टी के खनन के कारण गहरे गड्ढे है।
यदि इस अवैध दोहन को जल्दी रोका नहीं गया तो एक दिन पूरा क्षेत्र ही गड्ढे में बदल जाएगा, इससे न सिर्फ गड्ढों के किनारे के पेडों के गिरने का खतरा है बल्कि यदि बरसात के दिनों में पानी भरने पर बेजुबान जानवरों की इन गडढों में फंसकर मौत भी हो सकती है । क्योंकि इन गडढों की गहराई खडी अवस्था में है, पानी भरने पर गलती से यदि कोई बच्चा भी गिर गया तो वह भी गंभीर दुर्घटना का शिकार हो सकता है।

क्षेत्रवासी देवेंद्र,रामरूप,करन सिंह,हरिओम आदि का कहना है कि वह प्रतिदिन व्यासमुनि आश्रम पर दर्शन के लिये जाते हैं।कुछ दिन पहले जो जमीन सपाट पड़ी थी वह 3 दिन में ही गहरे गड्डो में तब्दील हो गई है।प्रकृति के साथ इंसान का ये व्यवहार देखकर दुख होता है।उन्होंने जीवन काल में इस कदर प्राकृतिक संसाधनों का अवैध दोहन होते नहीं देखा।पुलिस और प्रशासन की चुप्पी भी निराशाजनक है।