मऊ  / आज रामबचन सिंह राजकीय महिला महाविद्यालय बगली पिजड़ा मऊ में विश्व जल संरक्षण दिवस के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया इस अवसर पर छात्राओं को विश्व में उत्पन्न हो रहे जल संकट, जल की महत्ता एवं जल के संरक्षण हेतु विविध उपायों पर चर्चा की गई । इस विषय पर वक्तव्य देते हुए श्री रमेश कुमार ने छात्राओं को बताया कि वर्तमान में जल का संकट बहुत अधिक गहराता जा रहा है और केवल 2.5 परसेंट ही जल ऐसा है जिसका उपयोग हम अपने दैनिक जीवन में कर सकते हैं । शेष जल या तो प्रदूषित हैं या खारा होने के कारण उपयोग योग्य नहीं है । अतः हमको सचेत होने की बहुतअधिक आवश्यकता है । क्योंकि अगर आज हमने जल का संरक्षण नहीं किया तो आने वाले 50 वर्षों बाद जल मिलना मुश्किल हो जाएगा । जल के संरक्षण के लिए हमें अपने दैनिक जीवन में जल की बचत करने एवं बरसात के समय में वर्षा जल के संचयन की सर्वाधिक आवश्यकता है । इस अवसर पर वक्तव्य देते हुए डॉ. अवनीन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा कि अगर हम वृक्ष लगाते हैं तो जल संचयन में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं । प्राचार्य डॉ मुनीब शर्मा ने रहीम के पंक्ति – रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून- से पानी के महत्व को और उसके संरक्षण के उपायों को बताया । इस अवसर पर सभी छात्राओं को जीवन में सदैव जल संरक्षण हेतु शपथ भी दिलाई गई । संगोष्ठी में डॉ. छविनाथ प्रसाद, दीपक पराशर, डॉ. पवन कुमार सिंह, डॉ. बालमुकुन्द यादव, चन्द्रदीप यादव, अमन मौर्य और प्रमोद यादव आदि उपस्थित रहे ।