बस्ती, 29 जून 2021

कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के सामान्य इलाज से लेकर वेंटीलेटर सुविधा उपलब्ध कराने तक की व्यवस्था होगी। व्यापक स्तर पर इसके लिए तैयारी करली गई है ।यह बातें अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ. एफ हुसैन ने कहीं। वह एएनएम प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित चिकित्सकों के दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समय के साथ इलाज में व्यापक बदलाव हुआ है। दवाओं में परिवर्तन किया जा रहा है। इलाज के नित नये तरीके सामने आ रहे हैं। चिकित्सकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण इसी को देखते हुए आयोजित किया गया है।प्रशिक्षक डॉ. आफताब रजा ने कहा कि दक्षता वर्धन के इस कार्यक्रम में चिकित्सकों व स्टॉफ को तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार करना है। शासन की ओर से कोविड प्रबंधन व इलाज का नया मॉडयूल जारी किया गया है। बड़ों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली कई दवाएं अब बंद कर दी गई हैं। बच्चों की माइल्ड कैटेगरी में एंटीबॉयटिक की आवश्यकता नहीं होगी। किस समय बच्चे को ऑक्सीजन की जरूरत होगी, किस समय उसे वेंटीलेटर पर रखना जरूरी होगा तथा वेंटीलेटर पर रखने के बाद कौन-कौन सी सावधानी बरतनी होगी, यह सब जानकारी होना जरूरी है?

उन्होंने कहा कि कोमार्बिड व गंभीर दशा वाले बच्चे में अगर कोविड के लक्षण हैं तो उसे होम आईसोलेशन में कदापि न रखें। 94 प्रतिशत से ज्यादा ऑक्सीजन लेवल वाले बच्चों को ही होम आईसोलेशन में रखने की सलाह दें। प्रशिक्षक डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि पीडियाट्रिक कोविड मैनेजमेंट के बल पर कोविड की तीसरी लहर का सामना कामयाबी के साथ किया जा सकता है।प्रशिक्षण के दूसरे दिन मंगलवार को चिकित्सकों व स्टॉफ नर्स को जिला अस्पताल के पीआईसीयू लाया गया, जहां पर वेंटीलेटर, नेबुलाईजेशन, ऑक्सीजन कंसंनट्रेटर के इस्तेमाल आदि के बारे में प्रायोगिक जानकारी दी गई। चिकित्सक डॉ. विनोद कुमार, डॉ. पुरूषोत्तम, डॉ. अलका शुक्ला, डॉ. जेपी चैधरी, डॉ. केसी गांधी, डॉ. पंकज शुक्ला, डॉ.तैयब अंसारी, डॉ. आरके यादव, डॉ. सरदार मेंहदी, डॉ. रविंद्र कुमार वर्मा, डॉ. पीके चैधरी, डॉ. सरफराज अहमद, डॉ. विजय यादव, डॉ. वीके मिश्र सहित अन्य चिकित्सक प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल रहे।