डॉ शशि कांत सुमन
मुंगेर । बिहार एसोसिएशन ऑफ़ पर्सन्स विथ डिसेबिलिटी के तत्वाधान में वर्चुअल मुंगेर जिला दिव्यांगजन समूह (डी.पी.जी.) का ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक हुई। समीक्षात्मक बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ० शिवाजी कुमार (दिव्यांगजन विशेषज्ञ सह पूर्व राज्य आयुक्त नि:शक्तता) ने कहा कि कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के धारा 72 में दिव्यांगजन समूहों के गठन का अधिकार है, इसी धारा के तहत बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स विथ डिसएबिलिटिज ने 90 से अधिक अनुमंडल, 534 प्रखण्ड, एवं 7000 से अधिक पंचायतों में दिव्यांगजन समूहों का गठन कर बिहार के एक लाख से अधिक गांवों में दिव्यांगजनों तक पहुंच चुकी है। उन्होंने बताया कि हर दिव्यांगजन को स्वावलंबन बनाना है उन्हें समाज में सम्मानित जीवन जीने का अधिकार दिलाना है। सभी दिव्यांगजनों को शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार से जोड़कर स्वाबलंबी बनाना है। मैं चाहता हूं कि हर दिव्यांगजन पढ़ लिखकर अधिकारी बने एक सम्मानित जीवन जिये। उसके लिए हम सभी को एक जूट होकर काम करना है तथा दिव्यांगजनों को लिए सुगम्य एवं बाधामुक्त वातावरण तैयार कर उनका जीवन सरल बनाना है। उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य है समाज के अन्तिम दिव्यांग तक पहुंचना एवं उनकी समस्याओं का दूर करना है। मुंगेर एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी के अध्यक्ष हरिमोहन सिंह ने बताया कि दिव्यांगजनों के हर समस्या का समाधान किया जायेगा। दिव्यांगजनों को शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार से जोड़कर उनकी समस्या का हल किया जा सकता है। हमारी पहली प्राथमिकता है दिव्यांगजनों को शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार से जोड़ना। वर्चुअल बैठक में विशिष्ट अतिथि एवं वक्ता बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी के अध्यक्ष प्रवीण कुमार मिश्रा, कोषाध्यक्ष मोती लाल, सचिव सुगंध नारायण प्रसाद , स्टेट कोर्डिनेटर संदीप कुमार, प्रोग्राम मैनेजर, संतोष कुमार सिन्हा, राहुल कुमार , धीरज कुमार , पंकज सागर सहित अन्य शामिल थे।