मऊ/ जिले मे कोविड-19 टीकाकरण जनवरी माह में महाअभियान चला, जिसमें चरणबद्ध तरीके से स्वास्थ्य कर्मियों उसके बाद ग्राम अस्तर के अग्रिम पंक्ति के एएनएम,आशा व आँगनबाड़ी कार्यकर्तीयों का टीकाकरण चलाया जा रहा है।
आच्छादित कर एक अच्छे लक्ष्य को प्राप्त किया गया है।
उन्होंने ने बताया कि कोविड–19 का यह टीका सबसे सुरक्षित टीका है। यह शरीर पर किसी तरह का गंभीर प्रभाव नहीं छोड़ता है। उन्होंने बताया कि कोरोना का टीका लगने के बाद यदि तबीयत ठीक न लगना, थकान महसूस होना, कंपकंपी या बुखार सा महसूस होना, सिर दर्द, मितली, जोड़ो या मांसपेशियों में दर्द की इस तरह की समस्या आ रही है तो इसका मतलब यह टीका शरीर पर अपना असर कर रहा है।जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ बीके यादव ने बताया कि जिले के सभी 10 स्थानों के 19 टीका सत्र स्थलों पर समय से सभी लोग पहुंच गए और टीकाकरण का लाभ लेने वाले भी पहुंचने लगे और सबने टीका लगवाने में उत्साह दिखाया, शाम 5बजे के बाद भी लाइन लगी रही
1,745 लोग टीकाकरण से आच्छादित हुए। टीका लगवाने से पहले दें पूरी जानकारी-टीका लगवाने से पूर्व यदि एलर्जी, बुखार, रक्त बहने या रक्त पतला करने की कोई दवा ले रहे हैं, या प्रतिरक्षा क्षमता कम है तो संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी को जानकारी दें। गर्भवती या स्तनपान करा रही महिलाओं को भी टीका लेने से पहले स्वास्थ्य अधिकारी पूरी जानकार देनी चाहिए। सीरम इंस्टीट्यूट की फैक्टशीट के अनुसार कोविशील्ड टीका 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए है। यह टीका उन लोगों को नहीं लगना है जिन्हें पहली खुराक के बाद गंभीर रूप से एलर्जी हुई हो। इसके लिए चिकित्सक से परामर्श लें। कोविशील्ड से जुड़े प्रतिकूल प्रभाओं को लेकर सामान्य तौर थकान महसूस होना, कंपकंपी या बुखार सा महसूस होना, सिर दर्द, की शिकायत आम हो सकती
है।वैक्सीन लगने के बाद कुछ घंटों में यदि कोई साइड इफेक्ट दिखता है तो इस बारे में वैक्सीन लगाने वाले को तत्काल जानकारी दें। या जिला कोविड-19 कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पर बने हेल्प-लाइन नंबर 05498-220827, प्रदेश हेल्प लाइन नंबर 104 पर सम्पर्क करें।