सहजनवा तहसील के कानून गो पर फिर लगा भ्रष्टाचार का आरोप, जिम्मेदार कौन ?

*विवेक पांडे की रिपोर्ट ,

गोरखपुर  / के सहजनवा तहसील में भ्रष्टाचार का पूरी तरह से बोलबाला नजर आ रहा है तहसील के जिम्मेदार अधिकारी मौन धारण कर सांसे ले रहे हैं । सहजनवा तहसील में कार्यरत कानूनगो मकसूद अली पर बार-बार पीड़ितो द्वारा धन उगाही करने का आरोप लगता रहा एवं कानूनगो के ऊपर कारवाई करने के लिए पीड़ितों द्वारा उच्च अधिकारियों से लेकर के तहसील के जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी भ्रष्टाचार में लिप्त कानूनगो के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं होती है । कानूनगो के ऊपर जमीन में पट्टा कराने के नाम,पत्थर नशाब के नाम पैमाइश या उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जांच करने के नाम पर धन उगाही करने का मामला सुर्खियों में बना रहा वही पीड़ित रामचंद्र शर्मा ने बताया कि कानूनगो मकसूद अली पीड़ित से कहते हैं कि एसडीएम और तहसीलदार को पैसा देकर के मिलाना पड़ेगा और तभी जाकर आपका कार्य हो पाएगा पीड़ितों से यह कहकर अधिक धन की मांग करके ले लेते हैं वहीं कानूनगो मकसूद अली के क्षेत्र एवं हल्के में जब धन उगाही का बाजार गर्म दिखा और फरियादियों ने आरोप लगाना शुरू कियाकब तहसील के जिम्मेदार अधिकारियों ने इनका दूसरे हल्के में ट्रांसफर कर दिया और अपनी जिम्मेदारी से मुक्ति ले ली इतना कुछ होने के बाद भी फिर कानूनगो ने पीड़ितों से अधिकारियों के नाम पर अपने हल्के में धन लेना शुरू कर दिया और फिर फरियादियों ने आरोप लगाना शुरू कर दिया और फिर एक बार सुर्ख़ियों में भ्रष्टाचार लिप्त कानूनगो के ऊपर एक ताजा आरोप धन उगाही को लेकर है ।  ताजा मामला जैतपुर निवासी रामचंद्र शर्मा पुत्र कृपाल ने बताया कि मेरे घर का मामला है कुछ लोगों ने मेरे आवास को जबरदस्ती कब्जा कर लिए है उसको खाली कराने के लिए आदेश हुआ था जिसके अनुपालन में कानूनगो मकसूद अली जांच करने गए और कबजा हटवाने के नाम पर पीड़ित से कहें कि एसडीएम और तहसीलदार साहब को पैसा देना पड़ेगा इसके बाद 4 लाख दे दो तो काम हो जाएगा उसके बाद पीड़ित ने मकसूद को ₹4 लाख दे दिया लेकिन जब काम नहीं हुआ पीड़ित ने अपना पैसा मांगना शुरू किया उसके बाद पीड़ित का काम भी ना हुआ पैसा भी ना मिला तब पीड़ित ने उच्च[videopack id=”5908″]https://newsamacharplus.com/wp-content/uploads/2021/04/VID-20210401-WA0039.mp4[/videopack]
अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देना शुरू किया उसी क्रम में पीड़ित रामचंद्र शर्मा ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत किया चौंकाने वाला मामला तब सामने आया पोर्टल पर शिकायत का जवाब लगाया गया कि मकसूद अली रामचंद्र शर्मा से ₹400000 लिए लेकिन वह ₹400000 काम  कराने के एवज में नहीं बल्कि रामजस शर्मा से कर्जा के रूप में लिया गया इस बात को इनके द्वारा स्वीकार किया गया इतना कुछ होने के बाद भी यहां के जिम्मेदार अधिकारी कानूनगो पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की और मामले को दबाते नजर आ रहे हैं वही पीड़ित तहसील से लगाए जिले के उच्च अधिकारियों तक अपनी फरियाद कर रहा है अब उसको देखना है कि 1 हफ्ते पहले जब खबर चला विवादित भ्रष्टाचार कानूनगो के खिलाफ तो पीड़ित इस उम्मीद में आस लगाकर बैठा है कि उसे न्याय मिल जाएगा लेकिन सहजनवा तहसील प्रशासन अभी भी आंखें बंद करके बैठे हैं वही पीड़ित रामचंद्र शर्मा को न्याय मिलने में अभी कोई फैसला तहसील के जिम्मेदार अधिकारियों ने नहीं लिया देखना यह है कि पीड़ित रामचंद्र शर्मा को न्याय मिल पाता है या नहीं। इन अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यमंत्री का जिला होने के बावजूद भी डर नहीं लगता है तो बाकी जनपदों का क्या हाल होगा।