उझानी–जनपद- (बदायूं) से विवेक गुप्ता की रिपोर्ट,
बदायूं / उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ में जहरीली शराब का सेवन करने से 22 लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद जिला के शासन- प्रशासन में खलबली मची गई। अलीगढ़ की घटना को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए शनिवार को जिले में शराब की दुकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारी अभियान चलाया गया। जिलाधिकारी तथा जिला आबकारी अधिकारी के अलावा जिले भर के एसडीएम व अन्य पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर शराब की दुकानों को चैक किया गया । इस चैकिंग अभियान के दौरान शहर में आवास विकास और मालवीयगंज की शराब दुकान पर स्टॉक रजिस्टर से मिलान नहीं हो पाया, स्टाक का सही मिलान नहीं होने पर दोनों दुकानें तुरंत सील करा दी गईं। लोगों को जब अचंभा हुआ जब शील की गई इन दुकानों में से एक दुकान दो घंटे बाद ही खुल गई। इस वावत वताया गया कि कि दस हजार जुर्माना भरने के बाद यह दुकान खोली गई है। आगे जानकारी के मुताबिक
शनिवार को जिला अधिकारी दीपा रंजन  के आदेश पर संपूर्ण जिले में शराब की दुकानों पर अभियान चलाकर चेकिंग कराई गई। जिलाधिकारी ने स्वंम सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार तथा जिला आबकारी अधिकारी राजकुमार के साथ आवास विकास स्थित विजय कुमारी अग्रवाल की अंग्रेजी शराब की दुकान पर छापा मारा। जिसमें सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने स्टॉक रजिस्टर को चेक किया। रजिस्टर के अनुसार स्टाक का सही मिलान न होने पर डीएम ने नाराजगी जताई। रजिस्टर में जितना स्टॉक दर्शाया गया था। मौके पर दुकान में उतना स्टॉक मौजूद नहीं मिला। इसके अलावा उन्होंने बोतलों पर लगा क्यूआर कोड स्कैन किया। और शराब बेच रहे सेल्समैन के पास आईकार्ड भी नहीं पाया गया। ऐसी घोर लापरवाही को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी ने दुकान सील करा दी।
इसके अलावा शहर के मालवीय गंज में स्थित एक दुकान को भी सील किया गया।