मथुरा
रिपोर्ट सत्येंद्र यादव

मथुरा (गोवर्धन)। ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए होने बाले मतदान को लेकर खण्ड विकास कार्यालय गोवर्धन को आज पुलिस व प्रशासन ने आखिर क्यों अभेद्य दुर्ग में बदलना पड़ा यह हर कोई जानना चाहता है । दरसल गोवर्धन ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का दौर तो नामांकन प्रक्रिया से पहले ही शुरू हो गया था ऊपर से सबसे मजबूत माने जा रहे प्रत्याशी प्रीतम सिंह के द्वारा 7 जुलाई को गोवर्धन थाने में 10 जुलाई को होने वाले ब्लाॅक प्रमुख के चुनाव में भाजपा पर सत्ता के दुरूपयोग का आरोप लगाते हुए गोवर्धन में ब्लाॅक प्रमुख के चुनाव में गड़बड़ी को लेकर बुधवार को कई राजनैतिक पार्टियों के साथ-साथ कई दर्जन गांवों के लोग थाने पहुंच थे और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस पर भाजपा की सह पर ब्लाॅक प्रमुख के प्रत्याशियों को परेशान करने व झूठे मुकदमें फंसाने की साजिश का भी आरोप लगाया था। लोगों ने थाने पर करीब दो घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों ने आरोप लगाए थे। वहीं गोवर्धन के ब्लाॅक प्रमुख के दावेदार प्रीतम सिंह ने बताया कि भाजपा सरकार सत्ता का दुरूपयोग कर रही है। उनके परिवार के पांच सदस्य निर्विरोध क्षेत्र पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए है और हम ब्लाॅक प्रमुख के दावेदार हैं। उनको व परिवारीजनों को जिला प्रशासन भाजपा सरकार के दबाव में आकर जबरदस्ती झूठे मुकदमे में फंसाना चाहता है परन्तु कुछ भी हो जाये हम हटने वाले नहीं हैं जिन सदस्यों का आरोप लगाया है वे स्वैच्छा से समर्थन कर रहे हैं। उनके परिवारीजनों पर फर्जी हस्ताक्षर कराकर हम लोगों के खिलाफ झूठा मुकदमा लगाने की साजिश रच रहे हैं लेकिन साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। वहीं भाजपा नेताओं ने शोशल मीडिया पर सुबह ही मेसेज वायरल कर तमाम भाजपाइयों को आमंत्रित कर ब्लॉक कार्यालय पर पहुँचने का आव्हान कर भीड़ जुटाने का अपनी सत्ता होने की हनक जारी कर दी। तो तमाम आरोप प्रत्यारोपों के बाद सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन ने गोवर्धन खण्ड विकास कार्यालय और उसके एक किलोमीटर दूर तक के क्षेत्र को सुबह से ही भारी संख्या में पुलिस बल के अलावा तमाम इकाइयों को मुस्तेद कर अभेद्य दुर्ग में तब्दील कर दिया।
सुबह 11 बजे ब्लॉक प्रमुख चुनाव प्रक्रिया को लेकर खण्ड विकास कार्यालय गोवर्धन पर मतदान शुरू हो गया जिसमें अभेद्य दुर्ग में पूर्व निर्धारित प्रीतम सिंह के भाई विपिन सिंह को 57 मत मिले तो भाजपा प्रत्याशी भूपेंद्र सिंह को 29 मत से ही संतुष्ट होने को बाध्य हुए कुल मिला कर प्रीतम सिंह 28 मतों से विजयी होने के साथ साथ शान्ति पूर्ण ब्लॉक प्रमुख का चुनाव तो सम्पन्न हो गया लेकिन सत्ता की हनक के अलावा कोरोना कर्फ्यू की धज्जियां उड़ाते हुए कई शंदेश भी दे गया। जिस प्रकार पुलिस व्यवस्था थी जो पहले कभी देखने को नही मिली और शायद ही भविष्य में मिलेगी । लोकदल व समाजवादी सरकार के सँयुक्त प्रत्याशी विपिन चौधरी व भाजपा प्रत्याशी दोनों भाई वताये जाते हैं इस बार मथुरा के चाणक्य ने भाजपा के साथ मिलकर जो जाट समुदाय में चाहे जीजा साले हो अथवा भाई को आमने सामने चुनाव में खड़ाकर आगामी विधानसभा चुनावों में नई राजनीति की शुरुआत होने की वुनियाद प्रशस्त जरूर करदी है। जीत के बाद विपिन चौधरी ने मीडिया को बताया कि असत्य पर सत्य की जीत है।