✍️रिपोर्ट सत्येंद्र यादव

🟥मथुरा- कहने को ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया बदल गयी है, हजार दावे किए जा रहे हैं लेकिन अब भी लोगों को तमाम प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद उनके ड्राइविंग लाइसेंस घर पर एक से डेढ महीने में भी नहीं पहुँच रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के बरिष्ठ किसान नेता रामवीर सिंह तोमर ने कहा है कि उन्होंने नवंबर 22 में ड्राइविंग लाइसेंस के रिन्यूल के लिए ऑनलाइन आवेदन कर फीस आदि भरी थी। उसके बाद उन्हें 3 जनवरी 2023 को मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट लेकर आरटीओ मथुरा पर फोटो आदि कराने की तिथि मिली थी। बतौर रामवीर सिंह तोमर उन्होंने जैसे तैसे 3 जनवरी को मेडिकल

 

 

फिटनेस सर्टिफिकेट बनबा कर वृंदावन स्थिति आरटीओ पहुँच कर सभी जरूरी कागजात जमा कर प्रक्रिया पूरी कराने के बाद उनके घर के पते पर डेढ़ महीने बाद भी ड्राइविंग लाइसेंस नहीं पहुचा है। इसके लिए उन्होंने आरटीओ में जाकर सम्वन्धित स्टाफ को बताया भी कि अभी तक ड्राइविंग लाइसेंस की हार्ड कॉपी आधार कार्ड में दर्ज पते पर उनके घर नहीं पहुँची है तो सम्वन्धित स्टाफ ने बताया लाइसेंस की हार्ड कॉपी देर से बन रही है, लेकिन यह नहीं बताया गया कि कब तक ड्राइविंग लाइसेंस घर पहुँचेगा। दूसरी ओर लर्निंग लाइसेंस बनबाने बाले लॉ कॉलेज के छात्र अभिषेक ने बताया कि ऐज प्रूफ़ के लिए वह ई वाहन एप पर क़ई बार आधार कार्ड अपलोड कर चुके हैं लेकिन हर बार कोई न कोई तकनीकी समस्या के कारण उनका लर्निंग लाइसेंस नहीं बन पा रहा है। भारतीय किसान यूनियन भानु के बरिष्ठ नेता रामवीर सिंह तोमर ने आरटीओ प्रशासन से मांग की है कि लर्निंग लाइसेंस से लेकर रिन्यूल कराने वाले लोगों की समस्याओं का सीघ्र निस्तारण किया जाये। और लाइसेंस की हार्ड कॉपी जल्द लोगों के घरों तक पहुँच सके ऐसी व्यवस्था बनाई जाये।