गोरखपुर। से०नि० लेफ्टिनेंट जनरल रविंद्र प्रताप साही उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लखनऊ की अध्यक्षता में आपदा मित्र परियोजना की समीक्षा बैठक सर्किट हाउस सभागार में संपन्न
बैठक का संचालन करते हुए गौतम गुप्ता आपदा विशेषज्ञ गोरखपुर ने अवगत कराया कि जनपद में 200 आपदा मित्र प्रशिक्षित किए गए हैं और 35 आपदा सखियों को चिन्हित किया गया है जिनका प्रशिक्षण कार्य कोरोना संक्रमण के कारण पूर्ण नहीं हो पाया था को जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा।
उक्त अवसर पर निम्नांकित बिंदुओं पर चर्चा व उपाध्यक्ष द्वारा निर्देश दिए गए: –
जनपद गोरखपुर और बलिया में हुए सराहनीय कार्यों को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश के 25 जनपदों में आपदा मित्र परियोजना को लागू किया गया है जिसमें चिन्हित किए जा रहे 300 से 500 आपदा मित्रों को 2023 तक प्रत्येक दशा में प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।
अन्य जनपदों में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद गोरखपुर के आपदा मित्र प्रशिक्षक के रूप में कार्य करें इस हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाने का निर्देश माननीय उपाध्यक्ष द्वारा दिया गया।
चिन्हित आपदा सखियों को अति शीघ्र प्रशिक्षित किया जाए और किसी भी प्रकार के सहयोग हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया।
जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण, गोरखपुर मॉडल के रूप में विकसित हो रहा है। जनपद गोरखपुर के प्रशिक्षित मास्टर प्रशिक्षक विभिन्न जनपदों में आपदा विशेषज्ञ के रूप में कार्य कर रहे हैं।
राज्य आपदा मोचन बल को अति शीघ्र भूमि आवंटन करें।
अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व ने रखा है यह प्रस्ताव – जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी एवं कर्मचारियों की हो वर्दी जिससे सभी उनको आसानी से पहचान सके और अपनी समस्या बता सकें। माननीय उपाध्यक्ष ने सुझाव को सराहनीय बताते हुए प्रस्ताव प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया।
संभावित शीत लहर को दृष्टिगत रखते हुए ट्रैफिक नियमों के पालन हेतु विशेष अभियान संचालित किया जाए।
प्रदेश के समस्त जनपदों में अति शीघ्र आपदा विशेषज्ञ नियुक्त हो जाएंगे। बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि/रा) गोरखपुर, इंस्पेक्टर गोपी गुप्ता 11 वीं वाहिनी एनडीआरएफ टीम कमांडर धनंजय शुक्ला एसडीआरएफ वेद प्रकाश सहायक उप नियंत्रक नागरिक सुरक्षा तथा जनपद हापुड़, लखीमपुर खीरी एवं बरेली के आपदा विशेषज्ञ उपस्थित रहे।