🔴उमानाथ यादव

🔻रायबरेली, 20 अगस्त 2022
खुशहाल परिवार दिवस 22 अगस्त (सोमवार) को जिला महिला अस्पताल, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मनाया जाएगा । इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने सूबे के सभी संबंधित अधिकारियों को पत्र भेजकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने दी | उन्होंने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस माह की 21 तारीख को मनाया जाता है लेकिन इस माह 21 अगस्त को रविवार होने के कारण इसका आयोजन 22 अगस्त को हो रहा है |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस बार खुशहाल परिवार दिवस जिला महिला चिकित्सालय, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ – साथ ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं क्रियाशील हेल्थ वेलनेस सेंटर पर भी मनाया जायेगा।
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। खुशहाल परिवार दिवस पर परिवार नियोजन सेवाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाता है | इस दौरान लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन निःशुल्क उपलब्ध तो कराये ही जाते हैं | साथ में इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन साधनों के बारे में परामर्श भी दिया जाता है |
जिला कार्यक्रम प्रबन्धक राकेश प्रताप सिंह ने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस में एक वर्ष के भीतर विवाहित नव दम्पति को उपलब्धता के आधार पर शगुन किट देते हुए परिवार नियोजन साधनों के बारे में विस्तार से बताते हुए विवाह पंजीकरण के बारे में भी अवगत कराया जाता है ।
जिला कम्युनिटी प्रोसेस प्रबन्धक बृजेन्द्र वी.सी. शुक्ला ने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस के माध्यम से नवविवाहित दंपती और वह योग्य दम्पति जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं, जिनका परिवार पूरा हो गया है एवं छोटे बच्चे की आयु एक वर्ष पूर्ण हो गई है, को परिवार नियोजन की सेवाओं से जोड़ना है। जिससे वे अपना परिवार के आकार को अपनी सुविधानुसार और इच्छानुसार नियंत्रित कर सके।
जिला परिवार नियोजन एवं लोजिस्टिक प्रबन्धक हिमांशु श्रीवास्तव ने बताया कि इस अनूठी पहल में आशा कार्यकर्ता की महत्वपूर्ण भूमिका है। आशा कार्यकर्ता खुशहाल परिवार दिवस पर लक्षित समूह की चिन्हित महिलाओं को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं ताकि उनको विस्तार से परिवार नियोजन साधनों के बारे में जानकारी मुहैया करायी जा सके। इस कार्य में केंद्र पर तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सी.एच.ओ.) और आशा कार्यकर्ता की मदद से इच्छुक लाभार्थियों को जिनका परिवार पूरा हो गया है एवं छोटे बच्चे की आयु एक वर्ष पूर्ण हो गयी हैं को परिवार नियोजन के प्रभावकारी साधन अवगत कराते हुए उनका पंजीकरण करती हैं तथा पुरूष एवं महिला नसबन्दी के लक्षित दम्पत्तियों का निरंतर फॉलोअप भी करती हैं | लक्षित दम्पत्तियों की सूची संबंधित ब्लॉक के चिकित्सा अधीक्षक को उपलब्ध कराती हैं । जिससे नियत सेवा दिवस का आयोजन करके लाभार्थियों को परिवार नियोजन की सेवायेँ उपलब्ध करायी जा सकें । नियत सेवा दिवस कार्यक्रम की जानकारी आशा को भी दी जाती है । पुरुष नसबन्दी पर लाभार्थी को 3000 एवं महिला नसबंदी पर लाभार्थी को 2000 की प्रतिपूर्ति राशि विभाग द्वारा दी जाती है। एएनएम, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा संगिनी और महिला आरोग्य समिति के सदस्य भी इच्छुक दम्पति द्वारा चुने गए साधनों की उपलब्धता पर आशा का सहयोग करते हैं । शहरी क्षेत्र में जहाँ आशा कार्यकर्ता नहीं हैं, वहां पर शहरी एएनएम द्वारा यह गतिविधियाँ सम्पादित की जाती हैं ।