डॉ शशि कांत सुमन

मुंगेर। वैश्विक महामारी कोरोना काल के चलते लगाए गए लाॅक डाॅउन से मिली निजात के बाद इस साल के लगन में तेजी के साथ विवाह हुए। अब विवाह की लगन खत्म होने को है। कल 13 दिसंबर तक ही लगन हैं। इसके बाद एक माह के लिए मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे। दरअसल,हिंदू धर्म के अनुसार 14 दिसंबर से खरमास शुरू हो रहा है।खरमास को ‘मलमास’ भी कहा गया है। कहते हैं कि खरमास में सारे मांगलिक और धार्मिक कार्य बंद कर दिए जाते हैं। ऐसे में खरमास समाप्त होने तक भगवान शिव की आराधना लोगों के लिए फलदायक होती है। खरमास का यह समय एक माह तक रहेगा।
यहां बताते हैं कि खरमास को लेकर लोगों ने शीघ्रता से कई मांगलिक कार्य निपटा लिए हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, जब बृहस्पति की राशि धनु या इस बीच भगवान सूर्य की ऊर्जा पृथ्वी पर कम होने लगती है,तब देवतागण शयन को चले जाते हैं।मीन में सूर्य गोचर करते हैं, तो इसे खरमास कहा जाता है। हालांकि ऐसा नहीं है कि खरमास में मांगलिक कार्य बंद कर दिए जाते हैं। कई ऐसे काम हैं, जो खरमास में किए जाने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
नहीं होते मांगलिक कार्य : इस बावत विक्रमपुर दरियापुर स्थित सूर्यमंदिर के मुख्य महंत सकलदेव झा बताते हैं कि खरमास यानी ‘मलमास’ की अवधि में कई सारे मांगलिक और धार्मिक कार्य बंद कर दिए जाते हैं। इन दिनों शादी-विवाह,गृह प्रवेश, सगाई,सत्यनारायण पूजा, मुंडन,नामकरण,यज्ञ संस्कार आदि नहीं किए जा सकते। इस दौरान लोग पूजन और कई कार्यों के करने से से स्वयं को परहेज करते हैं।14 दिसंबर से लेकर 14 जनवरी तक खरमास की अवधि रहेगी.उन्होंने बताया कि,इस एक माह में भगवान शिव की पूजा फलदायक साबित होती है।
इस मौसम में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इससे मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.पंडित झा बताते हैं कि सूर्य देवता जब धनु राशि में प्रवेश करते हैं तो खरमास लगता है। इस बीच कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। खरमास में देवी देवताओं का अपमान नहीं करना चाहिए। खरमास का समापन 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन होती है।
विवाह मुहूर्त 2022 : जनवरी 2022 में खरमास के बाद 22, 23, 24 और 25 ताऱीख को लगन तेज रहेगी। इसके बाद फरवरी 2022 में 5, 6, 7, 9, 10, 11, 12, 18, 19, 20 और 22 तारीख विवाह के लिए शुभ मानी गई है। बात करें मार्च 2022 की तो 4 मार्च और 9 मार्च को शादी का शुभ मुहूर्त है। इसके बाद होलाष्टक लग जाएंगे। फिर अप्रैल में 14 से लेकर 27 तारीख तक लगन तेज रहेगी। मई में अक्षय तृतीया के साथ ही विवाह के शुभ मुहूर्त हैं।