🟥देवरिया
हैदराबाद तेलंगाना में 5 दिवसीय आवासीय कृषि कार्यशालादेवरिया
हैदराबाद तेलंगाना में 5 दिवसीय आवासीय कृषि कार्यशाला,
हर थाली में विषमुक्त आहार के महाअभियान को बढाने हेतु 15 फरबरी 2023 को प्रैक्टिकल कार्यशाला वेणुगोपाला स्वामी मंदिर गौशाला गांडीपेट हैदराबाद में दीप प्रज्वलन के साथ मां भारती के चरणों में वंदन करते हुए शुरु हुई।
कार्यशाला ग्राम भारती हैदराबाद और श्री वेणुगोपाला स्वामी मंदिर गौशाला द्वारा अयोजित की गई ।
कार्यशाला में तेलंगाना राज्य के अनेक जिलो और कृषि विद्या पीठ के विद्यार्थीयो सहित 100 से भी ज्यादा किसान भाई बहन हिस्सा ले रहे है। दीप प्रज्वलन ग्राम भारती के अध्यक्ष राजा रेड्डी ,पूज्य माता श्री निर्मला नंदी, योग भारती हेदराबाद, एम डी उसेन कृषि ऑफिसर द्वारा सम्पन्न हुआ ।
राजा रेड्डी जी ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा की मिट्टी की जान जीवाणु और कार्बन है, इसे बढाने के लिए मल्टीलेटर कृषि वरदान है । पूज्य माता श्री ने किसानों को बताया पंच महा भूतो को समझ कर कृषि कार्य को आगे बढ़ाना चाहिए यह इस सदी का अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है। उसेन जी ने किसानों को नेचुरल ऑर्गेनिक फार्मिंग से ही भूमि सुधार और अच्छा सेहत मंद खाना उगाना संभव है ,किसानों को इसे जल्दी अपनाना चाहिए।
प्रथम दिन किसानों ने प्रकृति का विज्ञान, कृषि का अर्थ शास्त्र एवं संपूर्ण कृषि विकास मॉडल के कॉन्सेप्ट को समझा एवम् मल्टीलेयर कृषि मॉडल बनाने के लिए भूमि को तैयार करने के लिए उसका चुना और नीम पाउडर से उपचार किया ।
दूसरे दिन, मॉडल बनाना शुरु होगा एवं 2 दिन में इसे पूर्ण बुवाई करके तैयार करके किसानों को प्रैक्टिकल मल्टीलेयर कृषि पद्धति की शिक्षा दी जायेगी , इसके साथ साथ कृषि को सशक्त बनाने के लिए कृषि से जुड़े सभी विषय पर प्रैक्टिकल होगा, जिससे किसानों को फसल उगाने से बेचने का ब्यावहारिक ज्ञान मिल सके।
तेलंगाना राज्य हैदराबाद में सफलता पूर्वक मल्टीलेयर कृषि कर रही स्वर्णा जी किसानों को उसके परिणाम हल्दी और बाकी फसलों के बीज लेकर आई थी , वो दो साल पहले सागर में 7 दिन का प्रैक्टिकल अनुभव लेकर काम शुरु किया और आज तेलंगाना राज्य की पहली सफल मल्टीलेयर फार्मर बनी ।
कार्यशाला में तेलगु ट्रांसलेट फार्मर वनीता मेथली जी ने किया जो तेलंगाना में प्राकृतिक जैविक कृषि करती है ।
अतिथियों का स्वागत आकाश चौरसिया ने करते हुए,प्रशिक्षुओं से मन लगा कर प्रशिक्षण प्राप्त कर,अपने खेत पर अमल करने का आह्वान किया।

🟥रिपोर्ट मृत्युंजय गुप्त, विशारद