🟥देवरिया

‘माधव सभागार’ सरस्वती वरिष्ठ माध्यमिक विद्या मंदिर देवरिया खास देवरिया में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देवरिया द्वारा हिंदू साम्राज्य उत्सव मनाया गया।
पूर्व जिला कार्यवाह आरएसएस देवरिया एवम् प्रबंधक विदुर आर्ट एवम् एक्टिंग तथा विभिन्न पौराणिक धारावाहिक में अभिनय करने वाले कमलनयन चतुर्वेदी जी का ओजस्वी उद्बोधन सभी के लिए प्रेरणादाई रहा। उन्होंने ने कहा कि आज ही के दिन शिवाजी ने हिंदू साम्राज्य की स्थापना की थी।इसी के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष हम हिंदू साम्राज्य दिवस मनाते हैं। महाराज शिवाजी आज के भारत में ही नही बल्कि संपूर्ण विश्व के हिंदुओं के लिए प्रेरणदायी व्यक्तित्व हैं।उन्होंने विषम परिस्थिति में हिंदू राज्य की स्थापना के लिए संघर्ष किया एवम् सफल रहे।
कंबोडिया,श्रीलंका,पाकिस्तान,बांग्लादेश में ही नही अपितु विश्व में दूर_दूर तक भारत का साम्राज्य हुआ करता था,जैसा कि पौराणिक ग्रंथों व इतिहास में उल्लेखित है।
आज का भारत तो हिंदुओं का लघु भारत है,हमें अपने अतिथि के साम्राज्य विस्तार की याद कर उस गौरवमई समय को वापस लाने के लिए सतत प्रयत्नशील रहना चाहिए। आज सम्पूर्ण विश्व में भारत ही ऐसा देश है जहां वर्तमान में हिंदू अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहा है।इस सुरक्षा को बनाए रखना हमारा प्रथम धर्म है। विदेशी आक्रांताओं ने हमारे देश को,इसकी संस्कृति को,देवालयों को छिन्न _भिन्न करने का अपना सम्पूर्ण प्रयास किया।कुछ जयचंदों के कारण वे सफल भी रहे ,वीरशिवाजी,महाराणा प्रताप,रानी लक्ष्मी बाई जैसे देशभक्त वीरों से उन्हें मुंहकी खानी पड़ी। आक्रांताओ की क्रूरता के कारण अपने को पवित्र रखते हुए लाखों की संख्या में हमारी माताएं एवम बहने जौहर कर ली।कई देश भक्त वीर एवम् वीरांगनाएं भारत मां की बलि वेदी पर अपने प्राणों की आहुति दे दी, आज उसी का परिणाम ही आज का यह व्यष्टी भारत है;हमें समष्टि भारत को वापस लाना है।हम तन_मन_धन से इस हेतु प्रयासरत रहें तथा भारत मां की अक्षुण्ण रखने के लिए मां भारती के लिए बलिदान हुए भारतीय वीरों एवं वीरांगनाओं की अक्षुण्ण भारत की परिकल्पना को सार्थक बनाने के लिए हम सतत प्रयत्नशील रहें।
कार्यक्रम में देवरिया सदर के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी,विभाग संघ चालक राजधारी जिला संघचालक मकसूदन,नगर संघचालक नमो नारायण,सह जिला कार्यवाह अजय नारायण,जिला प्रचार प्रमुख पुष्पराज, मुकुंद माधव,राजेश, दिनेश, अवनींद्र ,अवनीश ,रमेश,बिरेंद्र, आशुतोष,ज्ञान,नित्यानंद,रमेश,रामप्रवेश,आनंद तिवारी, श्रवण ,दिवाकर,आदित्य,रणधीर,विनय,शीतल सहित सैकड़ों स्वयं सेवक एवम् सम्मानित जन उपस्थित रहे।

🟠रिपोर्ट मृत्युंजय गुप्त, विशारद