🟥गोरखपुर,

आज दिनांक -14.09.2023 बृहस्पतिवार को स्वावलम्बी इण्टर कॉलेज बिशुनपुरा गोरखपुर में साहित्यिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी पं. हरिशरण पति त्रिपाठी के संयोजन में हिन्दी दिवस पर एक भव्य समारोह आयोजित कराया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य ने की और कार्यक्रम संचालन नवीं कक्षा की होनहार

 

छात्रा कु. सुमन यादव ने किया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य उमेश चन्द्र पाण्डेय, संस्कृत प्रवक्ता शशिबिन्दु नारायण मिश्र और हिन्दी आचार्य सत्यम गुप्ता द्वारा वाग्देवी सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की गयी। वाग्देवी के चित्र पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्ज्वलन के अवसर पर मंगलाचरण पाठ हिन्दी प्रवक्ता पं हरिशरण पति त्रिपाठी ने किया। अनेक छात्र-छात्राओं ने स्वरचित कविताओं एवं हिन्दी के महनीय रचनाकारों की उत्कृष्ट कविताओं का दक्षतापूर्वक काव्यपाठ किया, जिनमें मुख्य रूप से कक्षा 10 की छात्रा कु. सलोनी साहनी ने रामचरितमानस के अनेक छंदों की शानदार प्रस्तुति और नवीं कक्षा की छात्रा कु. साक्षी दुबे द्वारा रामधारी सिंह दिनकर की कविताओं की प्रस्तुति की सराहना की गयी । शशिबिन्दु नारायण मिश्र ने अपने उद्बोधन में हिन्दी नवजागरण के अग्रदूत भारतेन्दु हरिश्चन्द्र को उद्धृत करते हुए कहा कि देश और समाज की समस्त प्रकार की उन्नतियों के मूल में निजभाषा अर्थात् अपनी मातृभाषा की उन्नति ही है। हरिशरण पति त्रिपाठी ने कहा कि हिन्दी के साथ ही साथ हमें अन्य बोलियों भोजपुरी,अवधी, ब्रजभाषा आदि को भी भरपूर महत्त्व देना होगा। हिन्दी शिक्षक सत्यम गुप्ता ने कहा कि हमें अपने दैनन्दिन जीवन के व्यवहार में मातृभाषा के शब्दों का अधिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए। समाजशास्त्र प्रवक्ता राममिलन ने कहा कि हिन्दी की महत्ता के साथ हमें अंग्रेजी की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। श्रीधर मिश्र ने कहा कि हिन्दी की उत्पत्ति संस्कृत से हुई है अतः देश की उन्नति के लिए सरकारों द्वारा संस्कृत को अधिक महत्त्व देना होगा। प्रधानाचार्य ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हम सब अपनी मातृभाषा के प्रति समर्पण भाव से ही अपने जड़ों से जुड़े रह सकते हैं और अपनी संस्कृति की उन्नति में सहायक भी , उन्होंने भव्य आयोजन की सराहना भी की। इस अवसर पर उमेशचंद्र पाण्डेय, महेन्द्र कुमार, शशिबिन्दु नारायण मिश्र, हरिशरण पति त्रिपाठी, राममिलन, वेदप्रकाश भारती, डॉ एख्लाक अहमद, अतुल कुमार राय, रवीन्द्र नाथ यादव, श्रीधर मिश्र, सत्यम गुप्ता, अनूप कुमार वर्मा, ओंकार नाथ प्रजापति, उग्रसेन कुमार नायक, राजकुमार तिवारी, बच्चा सिंह यादव, संजय यादव, रामदवन यादव, अभय प्रताप यादव, मार्कण्डेय मिश्र, अनाध्रिवेश पाण्डेय, प्रभात सिंह , चुल्हाई प्रसाद, राम अशीष भारती सहित विद्यालय के सभी शिक्षक कर्मचारी और छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।