✍️तौफ़ीक़ खानवाराणसी / हम बेटी बचाएंगे उसे आत्मरक्षा सिखाएंगे ,हमारा है संकल्प यह हम करके दिखाएंगे ,क्योंकि जब बेटियां बेचेंगी तभी तो पढ़ेंगी बेटियांl*
वाराणसी।। *निर्भया महा मिशन के तहत*
संस्था लगातार 5 वर्षों से गांव गांव में गरीब असहाय बेटियों को निशुल्क आत्मरक्षा व शिक्षा देती आ रही हैl उचित *शिक्षा* , *आत्मरक्षा,* *खेलकूद* , *स्वच्छ वातावरण,* बेटियों को देती आ रही है उनको आत्मरक्षा के प्रति शिक्षा के प्रति जागरूक करती आ रही हैl ताकि बेटियां शिक्षित हो ,अपने *अधिकार* को जाने ,और *सेल्फ डिफेंस* के साथ साथ *आत्मनिर्भर होl* बेटियों को आत्मनिर्भर के लिए उनको अपने *पैरों पर खड़ा भी होना जरूरी है* बेटियां अपने पैरों पर खड़ी होंगी तो उनका हौसला बढ़ेगा और तभी बेटियां पूरी तरह से आत्मनिर्भर होंगी उनके अंदर कॉन्फिडेंस होगाl वह आगे बढ़ सकेंगी lरोजगार एक बहुत बड़ा विषय हो गया है अपने देश जहां आए दिन लोग बेरोजगार होते जा रहे हैं कोई रोजगार नहीं है l *गरीब असहाय बेटियों के पिता दो वक्त की उनको रोटी दे या उनका तन ढके या उनकी जरूरत पूरी करें बहुत बड़ा विषय है* संस्था बेटियों को शिक्षा भी दे रही है आत्मरक्षा भी सिखा रही है और साथ-साथ पार्ट टाइम जॉब भी दे रही है l संस्था द्वारा इस तरह से बेटियां आगे बढ़ सकेंगी और माता पिता का बोझ हल्का होगा दोनों बेटियां स्टेट प्लेयर है काजल *कनौजिया किसकी पिता का देहांत हो गया कोरोना में जिस की सारी रिस्पांसिबिलिटी संस्था उठा रखी है बेटी की काजल कनौजिया के पिता का सपना शबा खान पूरा कर रही है* काजल कनौजिया गोल्ड मेडलिस्ट उत्तर प्रदेश है l
*रीना कुमारी गोल्ड मेडलिस्ट उत्तर प्रदेश* संस्था के *कोषाध्यक्ष मोहम्मद सुल्तान खान* बेटियों के कोच भी हैं वह उनको आत्मरक्षा की बेस्ट टेक्निक व *कोरियन लैंग्वेज* *आर्मी* और *पुलिस* के लिए बेटियों को तैयार भी कर रहे हैं और बेटियों को *ओलंपिक* के लिए तैयार भी किया जा रहा हैl
तमाम तरह की *हाईटेक सुविधा बेटियों को निशुल्क दी जा रही हैl*