डॉ शशि कांत सुमन
मुंगेर। मुंगेर जिले के ग्रामीण कार्य विभाग में लूट मची है। विभाग में लूट खसोट की परिपाटी बन जाने के कारण कोई भी सड़कें गुणवत्तापूर्ण नही बन रही है। जिसके कारण सड़कें बनने के साथ ही दम तोड़ने लगती है। ग्रामीण कार्य विभाग सड़क के निर्माण के साथ ही संवेदक को पांच वर्षों तक सड़क मेंटेनेंस की राशि की जाती है। लेकिन इन पांचों वर्षो में शायद ही सड़क की मरम्मती की जाती है। यदि दबाव बना या मीडिया में खबरें छपी तो मेंटेनेंस के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। धरहरा प्रखंड के सारोबाग पंचायत के बड़ी गोविंदपुर पथ को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत लगभग 76 लाख रुपये की लागत से सड़क का निर्माण कराया गया। सड़क का निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण नहीं होने के कारण शुरुआती दौर में सड़क का टूटना शुरू हो गया है। इस सड़क की स्थिति यह है कि बहुत जगहों पर कालीकरण का निशान खत्म हो गया । सड़क जर्जर होने के कारण सड़क कीचड़मय हो गया है। पूरा सड़क कीचड़मय होने के कारण ग्रामीणों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। गोविंदपुर के सैकड़ों ग्रामीणों ने दर्जनों बार विभागीय अधिकारी से सड़क मरम्मत के साथ ही पुनः सड़क निर्माण को लेकर गुहार लगा चुके है।लेकिन अब तक विभाग के कानों जूं तक नहीं रेंग पाई है। सारोबाग पंचायत के मुखिया अमीरका देवी सहित दर्जनों ग्रामीणों ने ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत सिन्हा, जिला पदाधिकारी नवीन कुमार एवं कार्यपालक अभियंता से सड़क का मरम्मत के साथ ही नए सिरे से सड़क का निर्माण कराए जाने की मांग की है।