संतकबीरनगर / राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम के संचालन हेतु प्राथमिक स्तर के अध्यापकों का दो दिवसीय क्षमता संर्वधन/अभिमुखीकरण प्रशिक्षण के क्रम में दिनांक 6 दिसम्बर को हीरालाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय, खलीलाबाद में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला में खलीलाबाद ब्लॉक के आंगनवाड़ी कार्यकर्ती और प्राथमिक विद्यालय के नोडल शिक्षको को एक साथ 500 के लगभग शिक्षको का प्रशिक्षण सरस्वती वंदना बीइओ अनूप त्रिपाठी ,नवीन दुबे, सीडीपीओ आरके त्रिपाठी जी के कर कमलों द्वारा शुरू हुआ शुरू हुआ।
खंड शिक्षा अधिकारी श्री अनूप त्रिपाठी जी ने बताया सारे विद्यालयों से श्रेष्ठ शिक्षक को नोडल शिक्षक बनकर ट्रेनिंग देने एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर प्री प्राइमरी के तहत बच्चों को प्रशिक्षण ले चुके हैं और अब तालमेल बैठा कर हमे एक साथ अपना बेहतर देना हैं जिससे निजी विद्यालयों के छात्रों के बीच की दूरी को कम कर सके । और अब एक से भले दो लोग मिलकर और भी बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे । ट्रेनिंग के साथ ही जरूरी हैं की हम ट्रेनिंग के बाद भी उन चीजों का अनुसरण करें और बेहतर विकास के लिए कार्य करे। बच्चों के काम स्कूल आने, नियमित ना रहने, काम समझ शक्ति जैसी समस्याओं का निराकरण किया जा सके।
सीडीपीओ आर के त्रिपाठी जी ने बताया की प्रशिक्षण का उद्देश्य केवल सिखाना नही बल्कि खुद भी सीखना हैं, जब हम बेहतर सीखेंगे तभी सीखा पाएंगे।डायट से नोडल तृप्ति श्रीवास्तव और मेंटर पुनीता ने भी कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम का संचालन श्री राजेश पांडेय जी द्वारा किया गया एवं आगे की कार्ययोजना साझा की गई। ट्रेनिंग डीसी नवीन दुबे जी ने बताया की सरकार अब शिक्षा के प्रति विशेष ध्यान दे रही हैं और हमें अब कॉपी पेन से ही नही बल्कि परिवेश में उपस्थित संसाधनों से परिचित करा बच्चो की शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाना हैं जिससे समाज का उत्थान हो सके।
अकादमिक रिसर्च पर्सन शरदेंदु पांडे, अमरेश चौधरी, मनोज पांडे,भवानी शंकर जी उपस्थित रहें। शरदेंदु पांडे जी ने बताया की परिवेश में बच्चों को समझकर उनके शुरू से ही इस तरह से तैयार किया जाए जिससे वो बच्चे आगे चलकर प्राथमिक स्तर के लिए तैयार हो सकेंगे और अपने परिवेश में ही बेहतर शिक्षा पाकर भविष्य बदलेंगे। अमरेश चौधरी और मनोज पांडे ने बताया की एक में बच्चो को सीधे दाखिले से शिक्षको को होने वाली समस्याओं में कमी आ सकेगी और बच्चो में अच्छी आदतों का विकास इस प्रशिक्षण से होगा।
ब्लॉक के सभी न्याय पंचायतों के आंगनवाड़ी केंद्रों और प्राथमिक विद्यालयों से अपनी उपस्थिति दी। विभिन्न प्रकार के टीएलएम बनवाए गए। संदर्भदाता संध्या तिवारी ने विद्यालय की तैयारी के बारे में बताया तो रेनू ने अच्छी आदतों का गीत गवाया। अनिता सिंह ने बताया की बच्चों से जुड़ने का सबसे आसान और सही तरीका हैं उनकी भाषा से जुड़ना। उनकी भाषा में उनसे बात करने से बच्चे खुद को समाज अंग समझते हैं और आसानी से हमें अपनाते है और हम उन्हे धीरे धीरे प्रशिक्षित कर ज्ञानी बना पाएंगे। आंगनवाडी सुपरवाइजर
नीना श्रीवास्तव,वंदना सिंह, ऊषा मगहिया एवं बेसिक विद्यालयों से दीपक, पूजा निषाद, स्वप्निल, प्रतिभा पांडे, शालिनी श्रीवास्तव, पूजा निषाद, ऊषा रानी, रीता भारती, प्रीति, अलका, मंदाकिनी, सुप्रिया राय, माया, अपर्णा पांडे, सौम्य सिंह जगदम्बा, आलोक सिंह आदि उपस्थित थे। सूरज विश्वकर्मा, अभिषेक दुबे , समशेर सिंह ने प्रहलाद, सर्वेश की मदद कार्यक्रम का संचालन सफल किया।