डॉ शशि कांत सुमन
मुंगेर। चार सैप जवानों की हत्या का आरोपित सह नक्सली गतिविधियों में संलिप्त रहने वाला नक्सली जमील कोड़ा को जमालपुर एसटीएफ और पुलिस टीम ने लड़ैयाटांड थाना के सराधी गांव से गिरफ्तार किया है। पूछताछ के क्रम में जमील ने कई चौंकानें वली बातों का जिक्र किया है। इसकी निशानदेही पर कई जगहों पर छापेमारी की गई है। एएसपी अभियान राजकुमार राज ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई और छापेमारी की जा रही है। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि सैप जवान हत्याकांड में शामिल नक्सली जमील कोड़ा सराधी गांव में छिपा है। इसके बाद कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार किया गया। जमील कोड़ा लकड़हारों से लेवी वसूल कर नक्सली के शीर्ष नेता सुरेश कोड़ा और नारायण कोड़ा को पहुंचाता था। जंगल में रहने वाले लकड़हारे से भोजन तैयार करवा कर नक्सलियों को भेजता था। एएसपी अभियान राज कुमार राज ने बताया कि जमील ने अब तक कई नौजवानों को सरकार और पुलिस के खिलाफ भड़का कर नक्सल संगठन में शामिल कराया है। गिरफ्तार नक्सली जमील कोड़ा पर बरियारपुर और लखीसराय थाने में कई मामले दर्ज हैं। एएसपी अभियान ने बताया कि पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली है। जल्द ही कुछ बरामदगी और और नक्सलियों गिरफ्तारियां हो सकती है। गिरफ्तार जमील कोड़ा नक्सलियों के बड़े नेताओं के साथ संपर्क में रहकर पुलिस की गतिविधियों की जानकारी देता था। पूछताछ में नक्सली जमील कोड़ा ने बताया है कि जमील का संबंध नक्सली के शीर्ष नेता प्रवेश दा, सुरेश दा, नागेश्वर कोड़ा और अर्जुन कोड़ा सहित कई बड़े कमांडरों से है। नक्सली की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को थोड़ी राहत मिली है। बता दें कि बरियारपुर थाना के ऋषिकुंड में एक जनवरी 2008 को नक्सलियों ने हमलाकर चार सैप जवानों की निर्मम तरीके से हत्या की थी। नववर्ष के पहले दिन जब लोग ऋषिकुंड में जश्न मनाने की तैयारी में जुटे थे। तभी नक्सलियों ने वहां पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया था। नक्सलियों ने वहां की पहाड़ी क्षेत्र का फायदा उठाते हुए सैप जवानों को गोलियों से छलनी कर दिया था। इसके बाद नक्सली जवानों के पास का एक एके-47 और दो इंसास रायफल लेकर फरार हो गए। नक्सलियों के कार्रवाई के बाद से पुलिस और एसटीएफ की टीम लगातार शामिल नक्सलियों की धड़पकड़ के लिए प्रयासरत थी।