सूबेदार राम कुबेर यादव के निधन से गमगीन है गांव के लोग

✍️विनय कुमार गुप्ता
🟥प्रतिनिधि रुद्रपुर देवरिया
देहरादून आर्मी में सेना के पद पर तैनात राम कुबेर यादव के आकस्मिक निधन के बाद उनके पैतृक गांव में शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। गुरुवार को सेना के वाहन से उनकी शव यात्रा निकाली गई और नगर के बैकुंठ धाम पर उनका सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बताते चलें कि तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा इमिलिया निवासी राम कुबेर यादव उत्तराखंड के देहरादून में आर्मी के सूबेदार पद पर तैनात थे।
बताया जाता है कि 27 दिसंबर की सुबह अचानक ड्यूटी के दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई और उनका निधन हो गया निधन के बाद सेना के द्वारा उनके परिजनों को सूचना दी गई और उनके शव को सेना अपने वाहन द्वारा सम्मान पूर्वक उनके गांव लाया गया। सैनिक के शव को देखते ही उनके परिजन, रो रो कर के दहाड़े मारने लगे, दो बेटे और दो बेटियों के पिता राम कुबेर यादव सेना में आर्मी के पद पर रहते हुए उत्कृष्ट कार्य किए जिससे उनके परिवार का सम्मान बढ़ा था। आकस्मिक निधन की सूचना मिलते ही गांव में मातम छा गया सैनिक के घर, गांव और आसपास के लोगों का तांता लग गया। गुरुवार की सुबह सेना के वाहन पर उनके शव को फूल मालाओं से सजा कर के उनके गांव इमिलिया से रुद्रपुर बाईपास होते हुए, बैकुंठ धाम ले जाया गया। जहां सेना के अफसर और जवानों ने उन्हें सलामी दी और उनका अंतिम संस्कार किया गया अंतिम सरकार के दौरान पुलिस और प्रशासनिक रूप से कोई मौजूद नहीं था दो पुलिस के जवान दिखाई दिए और अंत्येष्टि स्थल पर सैकड़ों ग्रामीण और समाजसेवी उपस्थित थे। मौके पर मौजूद समाजवादी पार्टी नेता हरेंद्र सिंह त्यागी ने कहा सेना के जवान के निधन के बाद स्थानीय पुलिस व प्रशासन का कोई अधिकारी अंत्येष्टि स्थल पर सैनिक के सम्मान में नही आया। अंत्येष्टि स्थल पर विजय प्रताप यादव, हंसराज यादव, सिकंदर यादव, रामविलास यादव अनिल सिंह, जितेश यादव, दीपक, आदि लोग उपस्थित रहे सैनिक को श्रद्धांजलि दी।