✍️सेराज अहमद कुरैशी

🟥अशरफपुर, अम्बेडकर नगर,उत्तर प्रदेश

28 वां उर्स-ए-पाक मजज़ूबे इलाही अमीरे मिल्लत हुजूर सय्यदना शाह सैय्यद अमीर अशरफ (अलैहिर्रहमां वर रिजवान) व 8 वां उर्स-ए-पाक बाबा- ए-मिल्लत हुजूर सय्यदना शाह तनवीर अशरफ (अलैहिर्रहमां वर रिजवान) तथा 2 उर्स-ए-पाक हुजूर सूफ़ी – ए-हिन्द हज़रत सय्यद अख़्तर गुल अशरफ अशरफुल जिलानी (अलैहिर्रहमां वर रिजवान) का दो दिवसीय उर्स-ए-पाक अकीदत व एहतराम के साथ मनाया गया।
पहले दिन उर्स-ए-पाक की शुरुआत बाद नमाज़े असर परचम कुशाई व तराना, बाद नमाज़े मगरिब हल्का एं जिक्र, बाद नमाज एशा महफ़िल ए शमां हुई। दूसरे दिन नमाज़े फजर के बाद क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत हुई।सुबह 8 जुलूस किछौछा के मुख्तलिफ इलाकों से होते हुए आस्ताना पर चादर व नात,मनकबत पेश की गई। कुल शरीफ में संदल व चादरपोशी की रस्म आस्ताएं आलिया पर अदा कर फातिहा ख़्वानी हुई।
जानशीन सानी मोहिद्दिसे आजम व जानशीन अमीरे मिल्लत व जानशीन सूफी ए हिन्द हजरत सय्यद हसन अस्करी इब्ने अरबी अशरफ अशर्फी अल जिलानी साहब किब्ला की सरपरस्ती में उर्से मरकजी बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
हजरत सय्यद हसन अस्करी ने कहा कि अल्लाह के वलियों ने अपना पूरा जीवन अल्लाह, रसूल और इंसानियत की ख़िदमत में गुजार कर दीन व दुनिया दोनों में अपना नाम रोशन कर लिया।
हज़रत सय्यद हसन अस्करी साहब ने अपने मुरीदों से तरीक़त, हक़ीक़त व मारफ़त का इल्म हासिल करने के लिए कहा।
इस अवसर पर मोहसिन ए आजम मिशन को गुजरात के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से अवार्ड मिले हुए मेंबर का सरपरस्त सय्यद हसन अस्करी साहब किब्ला ने गुलपोशी कर सम्मानित किया। इस उर्स-ए-पाक में हिन्दुस्तान के कोने-कोने से आये हुए मेहमानों ने शिरकत की। सैकड़ों लोगों ने उर्स को कामयाब बनाने के लिए दिन रात काफी मेहनत की। उर्स-ए-पाक में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, बंगाल, बिहार, नेपाल से हजारों लोगों शामिल हुए।
अंत में सलातो सलाम पढ़कर सभी जायरीनों, मुरीदों के लिए दुआ हुई एवं मुल्क में अमनो अमान, खुशहाली व तरक्की के लिए विशेष दुआ मांगी गई। सभी जायरीनों में शीरीनी बांटी गई।
लंगर ए आम में हजारों जायरीनों एवं मुरीदों ने शिरकत की।