ऊर्जा विश्व स्वास्थ्य को दिशा दे रही योग – पीएम

सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया के भाव के साथ एक स्वस्थ और शांतिपूर्ण विश्व को योग के माध्यम से भी गति देंगे- मोदी

✍️ डॉ शशि कांत सुमन

🔴नई दिल्ली। योगा शरीर के शारीरिक और मानसिक विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह मन, शरीर और आत्मा के बीच संतुलन बनाने में मदद करता है। साल 2015 से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर भारत के साथ-साथ आज पूरे विश्व में आज 8 वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है। पीएम मोदी ने कर्नाटक के मैसूर में एक सामूहिक कार्यक्रम में लोगों के साथ योग किया। इस दौरान आयुष मंत्री सर्वानंद सोनेवाल के अलावा अन्य नेता मौजूद रहे। वहीं केंद्र सरकार के 75 मंत्री सांस्कृतिक महत्व वाले 75 जगहों पर सामूहिक रूप से लोगों के साथ योगा किए। बता दें कि पहला योग दिवस साल 2015 में मनाया गया था। योगा शरीर के शारीरिक और मानसिक विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह मन, शरीर और आत्मा के बीच संतुलन बनाने में मदद करता है। इस वर्ष की थीम ‘मानवता के लिए योग’ है। मैसूर से पीएम नरेंद्र मोदी समारोह का नेतृत्व किया और 75 स्थानों से मंत्री उनके साथ शामिल हुए हैं। इस सामूहिक कार्यक्रम में 15,000 से अधिक लोग भाग लिया। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश और विश्व भर के सभी लोगों को 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आज योग दिवस के अवसर पर मैं कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी, आध्यात्म और योग की धरती मैसूरु को प्रणाम करता हूं। मैसूर जैसे भारत के आध्यात्मिक केंद्रों ने जिस योग-ऊर्जा को सदियों से पोषित किया, आज वो योग ऊर्जा विश्व स्वास्थ्य को दिशा दे रही है। आज योग वैश्विक सहयोग का पारस्परिक आधार बन रहा है। आज योग मानव मात्र को निरोग जीवन का विश्वास दे रहा है। इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम है, ‘मानवता के लिए योग’ इस थीम के जरिए योग के इस संदेश को पूरी मानवता तक पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र का और सभी देशों का हृदय से धन्यवाद करता हूं। योग हमारे लिए शांति लाता है। योग से शांति केवल व्यक्तियों के लिए नहीं है। योग हमारे समाज में शांति लाता है। योग हमारे राष्ट्रों और विश्व में शांति लाता है। और, योग हमारे ब्रह्मांड में शांति लाता है। यह पूरा ब्रह्मांड हमारे अपने शरीर और आत्मा से शुरू होता है। ब्रह्मांड हम से शुरू होता है। और, योग हमें अपने भीतर की हर चीज के प्रति जागरूक बनाता है और जागरूकता की भावना का निर्माण करता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी हमने इस बार “Guardian Ring of Yoga” का ऐसा ही अभिनव प्रयोग विश्व भर में हो रहा है। दुनिया के अलग-अलग देशों में सूर्योदय के साथ, सूर्य की गति के साथ, लोग योग कर रहे। योग की ये अनादि यात्रा अनंत भविष्य की दिशा में ऐसे ही चलती रहेगी। हम सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया के भाव के साथ एक स्वस्थ और शांतिपूर्ण विश्व को योग के माध्यम से भी गति देंगे।