🔴*दरभंगा / सी एम कॉलेज, दरभंगा तथा यूथ पीस फाउंडेशन, नई दिल्ली के द्वारा “सक्सेस एंड यू” विषयक कार्यशाला आयोजित*

*जीवन में सफलता योग्यता, लंबे धैर्य तथा अनवरत परिश्रम का प्रतिफल- डा अनिल कुमार*

*मानवीय जीवन फूलों का सेज नहीं, हर एक सफलता के लिए निर्धारित मूल्य चुकाना आवश्यक- डा चौरसिया*

*कार्यशाला में प्रधानाचार्य डा अनिल, बर्सर डा चौरसिया, विशेषज्ञ अजय नागवंशी व योगाचार्य ठाकुर ने रखे महत्वपूर्ण विचार*

*यूथ पीस फाउंडेशन की ओर से डा अनिल, डा चौरसिया व आरबी ठाकुर को प्रेम रावत लिखित ‘हियर योरसेल्फ’ पुस्तक प्रदान की गई*

सी एम कॉलेज, दरभंगा तथा यूथ पीस फाउंडेशन, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में स्टूडेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत “सक्सेस एंड यू” विषयक कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में किया गया, जिसमें प्रधानाचार्य डा अनिल कुमार मंडल, बर्सर डा आर एन चौरसिया, विषय विशेषज्ञ अजय कुमार नागवंशी, योगाचार्य आर बी ठाकुर, डॉली व सीमा सहित अनेक व्यक्तियों ने महत्वपूर्ण विचार रखे हैं, जबकि डा शैलेन्द्र श्रीवास्तव, डा संदीप कुमार, डा सुरेन्द्र भारद्वाज, डा मनोज कुमार सिंह, डा सुब्रत कुमार दास, ज्ञानदीप, नीरज, अमरजीत, मनीष, संतोष व आशीष सहित 90 से अधिक शिक्षक एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया।
आपने उद्घाटन संबोधन में प्रधानाचार्य डा अनिल कुमार मंडल ने कहा कि हमारे व्यक्तित्व का निर्माण लगातार चलता रहता है, परंतु बेहतर वातावरण एवं अच्छे मार्गदर्शक रहने पर उसकी गति तीव्र हो जाती है। यदि छात्र आत्मनियंत्रित होकर नियमित अभ्यासी बने तो सफलता सुनिश्चित है। प्रधानाचार्य ने कहा कि जीवन में सफलता उच्च योग्यता, लंबे धैर्य तथा अनवरत परिश्रम का प्रतिफल होता है। यदि छात्र लक्ष्य निर्धारित कर उस दिशा में पूरी क्षमता एवं ऊर्जा से लग जायें तो न केवल सफलता प्राप्त होगी, बल्कि काबिलियत एवं अच्छी पहचान भी मिलेगी।
आगत अतिथियों का स्वागत एवं विषय प्रवेश कराते हुए कार्यशाला के संयोजक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि मानवीय जीवन फूलों का सेज नहीं है। हर सफलता के लिए निर्धारित मूल्य चुकाना पड़ता है। प्रत्येक सफलता पहले के लंबे संघर्ष, कठिन परिश्रम तथा दूरदर्शी सोच का परिणाम होता है। हमें अपने कर्तव्यपालन को ही पूजा बनाना होगा, तभी हम अपने मूल लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि वे हमेशा सकारात्मक रहें तथा सफल व्यक्तियों के प्रेरक वक्तव्य तथा उनके व्यक्तित्व से सीख लेते रहें। वहीं हर असफलता के कारणों का विश्लेषण कर अपने आपको पुनः सफल होने की दिशा में सक्षम बनाएं।
योगाचार्य आर बी ठाकुर ने योग के माध्यम से सफलता की प्राप्ति के उपायों का वर्णन करते हुए कहा कि हमारे मस्तिष्क में ईश्वर ने अपार क्षमता प्रदान की है। हमें उसका अधिक से अधिक बेहतरीन उपयोग करना । हम योग के माध्यम से पराजय की प्रवृत्ति को छोड़कर जीवन में सफलता हेतु आगे बढ़ सकते हैं।
यूथ पीस फाउंडेशन के स्थानीय विषय विशेषज्ञ अजय कुमार नागवंशी ने उत्साहवर्धक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन करवाया, जिसमें उत्कर्ष मिश्रा की टीम विजेता तथा शमसुद्दीन की टीम उपविजेता रही। उन्हें प्रश्नोत्तर शैली में सफलता क्या है, मानव जीवन क्या है, शांतिपूर्ण जीवन कैसे जिए, स्नेह क्या है और स्नेह कैसे करें तथा असफलता से सफलता कैसे प्राप्त करें आदि की जानकारी देते हुए बताया कि जीवन में संतुलन बनाना अति आवश्यक है। हमारे जीवन में सिर्फ महत्वाकांक्षा ही नहीं, बल्कि शांति भी होनी चाहिए। आजकल हम खुद खुश व शांत न होते हुए अपने मित्रों, परिवारों व संबंधियों को हमेशा खुशहाल रखना चाहते हैं, जिस कारण हमारी खुद की खुशी व शांति समाप्त हो रही है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉली ने यूथ पीस फाउंडेशन को एक गैर-लाभकारी व गैर सरकारी संस्था बताते हुए इसके उद्देश्यों एवं कार्यपद्धतियों की विस्तार से जानकारी दी, जबकि धन्यवाद ज्ञापन फाउंडेशन की सदस्य सीमा ने किया। वहीं प्रतिभागियों से फीडबैक भी लिए गए।