सी एम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य डॉ फूलो पासवान की अध्यक्षता में सर्टिफिकेट कोर्स में नामांकन हेतु हुई समीक्षा बैठक,

*संस्कृत अध्ययन- अध्यापन से व्यक्तित्व, संस्कार तथा उच्चारण होता है श्रेष्ठ- डा फूलो*

*संस्कृत शिक्षण में सर्टिफिकेट कोर्स हेतु अब तक 50 से अधिक प्रतिभागियों ने कराया नामांकन- डा चौरसिया*

*जनवरी प्रथम सप्ताह से ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों मोड में संचालित होंगे कोर्स- अंशु कुमारी*
सी एम कॉलेज, दरभंगा के संस्कृत विभाग के तत्वावधान में संचालित अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण में छमाही सर्टिफिकेट कोर्स में चल रहे नामांकन की समीक्षा बैठक प्रधानाचार्य डॉ फूलो पासवान की अध्यक्षता में हुई, जिसमें संस्कृत विभागाध्यक्ष डा आर एन चौरसिया, अनौपचारिक संस्कृत शिक्षिका अंशु कुमारी, डा चंदा कुमारी, अमरजीत कुमार, संतोष कुमार ठाकुर, कौशल कुमार व सत्यम कुमार आदि उपस्थित थे।
प्रधानाचार्य डा फूलो पासवान ने कहा कि महाविद्यालय के संस्कृत विभाग द्वारा अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण में सर्टिफिकेट कोर्स प्रारम्भ किया जाना स्वागत योग्य है। इसका लाभ मिथिला के छात्र एवं अभिभावक अधिक से अधिक उठाएं। उन्होंने कहा कि संस्कृत के अध्ययन- अध्यापन से न केवल व्यक्तित्व व संस्कार श्रेष्ठ होता है, बल्कि उच्चारण एवं आचरण भी शुद्ध हो जाता है। संस्कृत प्रयोजन मूलक भाषा है, जिसका रोजी- रोजगार में काफी अधिक संभावना है।
कोर्स के समन्वयक डा आर एन चौरसिया ने बताया कि केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के सौजन्य से महाविद्यालय में अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण उपकेन्द्र स्थापित किया गया है, जिसके द्वारा छमाही सर्टिफिकेट कोर्स का प्रारंभ इस वर्ष किया गया है। कोई भी दसवीं पास व्यक्ति ₹500 के साथ निर्धारित फॉर्म को ऑनलाइन या कॉलेज में ऑफलाइन भरकर नामांकन ले सकते हैं। उसी शुल्क में केन्द्र की ओर से ₹2,000 मूल्य की पांच पुस्तकें भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस कोर्स में अब तक 50 से अधिक प्रतिभागी नामांकन ले चुके हैं। कोर्स का उद्देश संस्कृत भाषा तथा संस्कृत में सरल वार्तालाप सिखाना है। कोर्स पूर्ण कर परीक्षा में उत्तीर्ण प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
संस्कृत शिक्षिका अंशु कुमारी ने बताया कि नामांकित प्रतिभागियों का ऑफलाइन वर्ग सी एम कॉलेज में जनवरी प्रथम सप्ताह से अपराह्न 2:00 से 4:00 बजे के बीच तथा ऑनलाइन वर्ग संध्या 7:00 से 8:00 बजे के बीच संचालित होंगे। इस कोर्स के लिए न्यूनतम 100 घंटे का समय निर्धारित है जो अपील माह तक निश्चित रूप से पूर्ण कर लिया जाएगा।