🔴दरभंगा

‘शैक्षणिक धरातल पर जल- जीवन हरियाली का उद्देश्य एवं महत्व’ थीम पर आधारित शिविर में शामिल हैं 50 छात्र-छात्राएं*

*उद्घाटन सत्र में प्रो डोली सिन्हा, डा फुलो पासवान, डा चौरसिया, डा आनंद प्रकाश, विजय पासवान, अखिलेश व डॉ शैलेन्द्र ने रखे विचार*

*युवा अपनी अदम्य उत्साह एवं सामूहिक क्षमता के बल पर समाज में लाएं सकारात्मक परिवर्तन- प्रो डोली सिन्हा*

*शिक्षक समाज के मार्गदर्शक और छात्र- छात्राएं हैं राष्ट्र के कर्णधार व कल के भविष्य- डा फुलो पासवान*

*एनएसएस का विशेष शिविर कैंपस से कम्युनिटी की यात्रा, जिससे होगा छात्र-छात्राओं के चरित्र का निर्माण- डा चौरसिया*

*अक्टूबर 2019 में प्रारंभ ‘जल- जीवन हरियाली’ बिहार सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना- डा आनंद प्रकाश*

🔴सी एम कॉलेज, दरभंगा की एनएसएस इकाई दो के तत्वावधान में “शैक्षणिक धरातल पर जल- जीवन हरियाली का उद्देश्य एवं महत्व” विषय पर 50 छात्र- छात्राओं का सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन गोद लिये गये महदौली- बाजितपुर मोहल्ले में प्रारंभ किया गया, जिसका उद्घाटन सत्र महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में आयोजित किया गया। प्रधानाचार्य डा फुलो पासवान की अध्यक्षता में आयोजित उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति प्रो डॉली सिन्हा, विशिष्ट अतिथि विश्वविद्यालय एनएसएस समन्वयक डा आनंद प्रकाश गुप्ता, विशेष प्रवर्तक के रूप में पूर्व एनएसएस समन्वयक डा आर एन चौरसिया, आमंत्रित अतिथि के रूप में राजकीय मध्य विद्यालय, बाजिदपुर की प्रधानाध्यापिका सुषमा कुमारी, मोहल्ला प्रतिनिधि के रूप में अंबेडकर युवा केन्द्र, दरभंगा के अध्यक्ष विजय कुमार पासवान, एनएसएस पदाधिकारी प्रो अखिलेश कुमार राठौर, एनसीसी पदाधिकारी डा शैलेन्द्र श्रीवास्तव, प्रणय कुमार, सफीना महफूज, अमित शुक्ला व आतिका बद्र सहित वरीय स्वयंसेवक शिवम कुमार झा, अमरजीत, नीरज, जयप्रकाश, नारायण साहू, नीली रानी, अनिमा सिन्हा, कुमार सौरभ, मो ताबिश, मो आसिफ, शशिकांत सिंह, विकास व निखिल कुमार झा सहित 80 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया।
अपने संबोधन में प्रति कुलपति प्रो डॉली सिन्हा ने शिविर की सफलता हेतु विश्वविद्यालय की ओर से बधाई एवं शुभकामना देते हुए कहा कि शिविर का विषय विस्तृत एवं प्रासंगिक है, जिससे छात्रों एवं समाज को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि युवा अपनी अदम्य उत्साह एवं सामूहिक क्षमता के बल पर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाएं। आज हम प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक शोषण कर रहे हैं, जिससे ग्रीन हाउस प्रभाव, पर्यावरण प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याओं से हमें जूझना पड़ रहा है।
अध्यक्षीय संबोधन में प्रधानाचार्य डा फुलो पासवान ने कहा कि शिक्षक समाज के मार्गदर्शक और छात्र-छात्राएं राष्ट्र के कर्णधार एवं कल के भविष्य हैं। एनएसएस युवाओं को समाजसेवा की सीख देता है। जहां स्वच्छता है, वहीं देवत्व का वास होता है। वृक्ष जीवनदायी होते हैं,जिनका संरक्षण आवश्यक है। स्वयंसेवक अंत्योदय हेतु समाज में शिक्षा, समय व श्रमदान करें।
विषय प्रवर्तन कराते हुए पूर्व एनएसएस समन्वयक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि विशेष शिविर कॉलेज कैंपस से कम्युनिटी की यात्रा है, जिससे छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व एवं चरित्र का निर्माण होता है। शिविर में स्वयंसेवक जाति- धर्म, क्षेत्र- वर्ग व अवस्था- लिंग आदि से ऊपर उठकर लघु समाज का निर्माण करते हैं, जिससे उनमें सामाजिकरण की गति तीव्र होती है तथा नेतृत्व क्षमता का भी सार्थक विकास होता है। विश्वविद्यालय समन्वयक डा आनंद प्रकाश गुप्ता ने एनएसएस लोगो का मतलब समझाते हुए हुए कहा कि एनएसएस छात्रों को सामाजिक दायित्व का बोध कराता है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2019 में प्रारंभ जल जीवन हरियाली बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। जल और हरियाली पर ही हमारा जीवन अवलंबित है, जिसकी रक्षा हेतु आमलोगों को अधिक से अधिक जागरूक करना आवश्यक है।
प्रधानाध्यापिका सुषमा कुमारी ने जल संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए भूगर्भ जल के स्तर की कमी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर जल संरक्षण आवश्यक है। अधिकृत मोहल्ला के प्रतिनिधि विजय कुमार पासवान ने समाजसेवा को सबसे बड़ा कार्य बताते हुए कहा कि आज लोग सिर्फ अपने तक ही सीमित हो रहे हैं। उन्होंने मोहल्ला की ओर से छात्रों पूर्ण सहयोग का वचन देते हुए कहा कि व्यक्तिगत स्वच्छता की तरह हमें सार्वजनिक स्वच्छता पर भी अधिक ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने बाजितपुर वासी को जागरूक एवं प्रेरित कर विकास की मुख्यधारा में लाने का आह्वान किया। छात्रों की ओर से सफीना महफूज, आतिका बद्र एवं अमित कुमार शुक्ला ने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का प्रारंभ स्वामी विवेकानंद व डॉ अंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि तथा दीप प्रज्वलन से हुआ,जबकि समापन सामूहिक राष्ट्रगान से हुआ। स्वागतगान आस्था निगम व रोशनी कुमारी ने प्रस्तुत की। अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ तथा मोमेंटो द्वारा किया गया। शिविर संयोजक अखिलेश कुमार राठौर ने कार्यक्रम का संचालन, अतिथि स्वागत एवं शिविर की कार्य योजना प्रस्तुत की, जबकि धन्यवाद ज्ञापन एनसीसी पदाधिकारी डा शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने किया।