🟥देवरिया

सागर मध्यप्रदेश में चल रही 7 दिवसीय प्राकृतिक जैविक कृषि कार्यशाला सम्पन्न ।
इस कार्यशाला में गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा,दिल्ली,पश्चिम बंगाल,बिहार, रजिस्थान,तमिलनाडु, कर्नाटका, मधयप्रदेश, उत्तर प्रदेश आदि के युवा किसान भाई बहन शामिल हुए । कार्यशाला में विभिन्न वर्गो में किसानों ने कृषि के संपूर्ण विकास मॉडल पर प्रैक्टिकल ज्ञान अर्जित किया , कार्यशाला के 5 वे दिन डाक्टर हरिसिंह गौर वि्वविद्यालय कम्प्यूटर शाखा प्रभारी आदरणीय डॉक्टर के कृष्णा राव जी ने किसानों को कृषि अर्थ शास्त्र समझाया ।
अंतिम दिन जर्मन से मल्टी लेयर फार्मिंग मॉडल को देखने सागर पहुंची डॉक्टर एरमिल वी मार्ला जी ने किसानों से जहर मुक्त अन्न उगाने का आग्रह किया।
झांसी से पधारे श्री प्रदीप पटेल जी ने किसानों को अपने उत्पाद के प्रस्तुतिकरण के टिप्स दिए।
स्टेट फोरेंसिक लैब के सीनियर साइंटिस्ट श्री राज श्रीवास्तव जी ने किसानों से कहा जैविक खेती को मन बना कर करने की आवश्यकता है। संगठन के वरिष्ठ सहयोगी वा संरक्षक अशोक चौरसिया जी ने किसानों को बताया हमारी भारतीय संस्कृति को हमारी प्राकृतिक जैविक कृषि बचाएगी , कार्यशाला के मुख्य अतिथि सेवा निर्वित आईं. ए. एस. एवं वर्तमान पंचगव्य विद्यापीठ कांचीपुरम चेन्नई तमिलनाडू के कुलपति आदरणीय डॉक्टर कमल टावरी जी ने किसानों से अपने अनुभव साझा किए किसानों को बताया प्राकृतिक गौ आधरित जैविक कृषि के साथ साथ किसान को अपने उत्पादन को ग्रामोद्योग से जोड़ कर , कर बाज़ार करने की आवश्यकता है तभी किसान और कृषि समृद्धि की राह पर आएगी ।
आकाश चौरसिया तथा संगठन के संरक्षक श्री मनीष शर्मा जी ने सबका धन्यवाद प्रकट करते हुए इस मिशन को बड़ा बनाने का आग्रह किया ।