✍️ संसार पाठक

🔴 मीरजापुर/चुनार – गीता जयन्ती के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार मिर्जापुर के संस्कृत विभाग के द्वारा आयोजित प्रसार व्याख्यान एवं गीता श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । प्रसार व्याख्यान के मुख्य वक्ता प्रोफेसर दिनेश कुमार यादव विभागाध्यक्ष संस्कृत विभाग राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मगरहा मिर्जापुर ने अपने संबोधन में कहा कि गीता लौकिक परंपरा का मार्ग है। जीवन में उपस्थित सांसारिक द्वंद से बाहर निकलने का मार्ग गीता है। इसके लिए भगवान कृष्ण ने स्वधर्म मार्ग का प्रतिपादन किया। गीता हमको निश्चित समय स्थान व कर्म के विषय में ज्ञान प्रदान करती है। जिसके द्वारा मानव का कल्याण संभव है। अध्यक्षीय संबोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसरअशर्फी लाल ने कहा कि गीता एक जीवन दर्शन है। कृष्ण भगवान ने अपने उपदेश के द्वारा अर्जुन को सही मार्ग पर चलने का उपदेश दिया। जो सभी मानव जाति के लिए सर्वदा उपयोगी है। यह हमें निष्काम कर्म योग का संदेश देती है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ प्रभात कुमार सिंह ने अपने प्रास्ताविक भाषण में बताया कि 700 श्लोकों एवं अठारह अध्यायों से युक्त गीता संपूर्ण मानव जाति के लिए पथ प्रदर्शिका का कार्य करती है । गीता में प्रतिपादित कर्मयोग ज्ञानयोग एवं भक्ति योग मानव जीवन के लिए अत्यंत उपयोगी है। हमें इनका अनुपालन करना चाहिए। इसी में सभी की भलाई है। इस अवसर पर गीता श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया । जिसमें प्रथम स्थान बीए तृतीय सेमेस्टर की प्रतीक्षा यादव द्वितीय स्थान एम ए तृतीय सेमेस्टर की निशा मिश्रा एवं प्रीति यादव तथा तृतीय स्थान बीए तृतीय सेमेस्टर की पूजा प्रजापति ने प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर शेफालीका राय एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ भास्कर प्रसाद द्विवेदी ने किया । इस अवसर पर महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापिका प्रो माधवी शुक्ला डॉ0 चंदन साहू डॉ राजेश कुमार डाॅ0 अवधेश कुमार यादव डॉ0 वकार रजा डॉक्टर दीपक सिंह डाॅ राज किशोर पांडे डॉक्टर सोनिया यादव पारस सिंह कुर्बान आदि उपस्थित रहे।