डॉ शशि कांत सुमन

मुंगेर । मुंगेर के डीएम नवीन कुमार अपने अधीनस्थ अंचलाधिकारी को सरकारी भूमि को अविलंब अतिक्रमण मुक्त कराने का पाठ पढ़ाते हैं, वहीं दुसरी ओर सदर मुंगेर के सीओ खुलेआम अतिक्रमणकारियों को संरक्षण दे रहे हैं। अतिक्रमण बाद संख्या 02 / 2021 इसके प्रमाण हैं। अतिक्रमणकारियों को दो नोटिस करने में सीओ को एक वर्ष से अधिक समय लग गए। अभी एक वर्ष से अधिक समय बीत गए, लेकिन तीसरा नोटिस भी अतिक्रमणकारियों को नहीं किया गया है। जिसके कारण सीओ की भूमिका पर लोग अब सवाल उठाने लगे हैं। लोग अब वरीय अधिकारियों से लेकर मंत्री तक सीओ की भूमिका को लेकर पत्र लिखने लग गए हैं। लोगों की माने तो सीओ मोटी रकम लेकर अतिक्रमणकारियों को बचाने में लगे हुए हैं। इधर हाल के दिनों में भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग ने नया फरमान अतिक्रमण के मुद्दे पर जारी किया है। जिसमें यह कहा गया है कि अंचलाधिकारी के द्वारा अतिक्रमणकारियों को दो नोटिस करने के बाद भी अगर अतिक्रमण कारी सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं करते हैं, तो सीधे अतिक्रमणकारियों को जेल जाना होगा। एक साल की सजा का भी इसमें प्रावधान भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के द्वारा किया गया है। भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के नए फरमान का भी असर भ्रष्ट अधिकारियों पर नहीं पड़ रहा है। डीएम नवीन कुमार जहां भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान चला रहे हैं, वही मुंगेर के सदर सीओ भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं। ऐसा कई ग्रामीणों का मानना है। अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध अगर जिला प्रशासन के द्वारा अविलंब कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो ग्रामीण गोलबंद होकर चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य हो जायेंगे। अगर किसी प्रकार का आंदोलन होता है, तो इसके लिए ग्रामीण जनता नहीं बल्कि सदर मुंगेर के अंचलाधिकारी इसके जिम्मेदार होंगे। बताते चलें कि नौवागढी दक्षिणी पंचायत के वार्ड संख्या 13 में अतिक्रमणकारियों ने दो वर्ष पूर्व सामुदायिक भवन के शौचालय और भवन को तोङ कर अपना निजी मकान बना लिया है। ग्रामीणों की शिकायत पर तत्कालीन डीएम रचना पाटिल के निर्देश पर सदर अंचल में अतिक्रमण बाद संख्या 02/2020 दर्ज किया गया था। सीओ ने एक साल से अधिक समय बीतने के बाद सिर्फ अतिक्रमणकारियों को दो नोटिस कर इतिश्री कर ली है। ग्रामीणों का कहना हैं कि सीओ अतिक्रमण कारी से मोटी रकम लेकर लाभ पहुंचा रहे हैं। सीओ की कार्य प्रणाली से खफा ग्रामीण अब आंदोलन करने की रणनीति बनाने लगे हैं।इधर इस बाबत एसडीएम ख़ुशबू गुप्ता ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी।