🟥वाराणसी– सूचना टेक्नोसिस संस्थान की अंगीभूति इकाई मोही ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन के चेयरमैन एवं प्रयास एनजीओ के सह संस्थापक मिर्जामुराद निवासी प्रदीप कुमार चतुर्वेदी को पटना स्थित बिहार एसोसिएशन के सभागार में तकनीकी शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि *आई. जी.* विकास वैभव (आईपीएस) एवं विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद श्री राजनीति प्रसाद एवं क्षेत्रीय विधायक श्री रणविजय साहू जी रहे । इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम अतिथियों ने दीप प्रज्वलन करते हुए सरस्वती प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित किया । इसके पश्चात बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिसने सभी के मन मोह लिये। इसके पश्चात आए हुए अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण एवं बुके देकर किया। मुख्य अतिथि ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज के देश की विकास का केवल एक ही कारण है वह है युवा अगर युवा संगठित हो जाएं तो भारत को फिर से सोने की चिड़िया बना देंगे, साथ ही उन्होंने शुभकामना देते हुए महात्मा बुद्ध पुरस्कार प्राप्त करने वाले राष्ट्रपति पुरस्कृत प्रदीप चतुर्वेदी को आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा की आप अपनी उड़ान को ऐसे ही बरक़रार रखे , आप जैसे जनसेवक ही देश के शान है, आपके द्वारा किए गए निःस्वार्थ सेवा भाव युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगी। कार्यक्रम संयोजक श्री कुमार नीरज (डायरेक्टर, सूचना टेक्नोसिस संस्थान एवं संकट हरण सहयोग समिति) ने भी सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा तकनीकी शिक्षा से ही देश का विकास संभव है इसमें अपना अमूल्य योगदान देने वाले लोगों को संस्था सदैव सम्मानित करती रहेगी और उनका मनोबल इसी प्रकार से बढ़ाती रहेगी। प्रदीप ने बातचीत करने में अपने इस उपलब्धि का श्रेय अपने परिवार के दादा राजाराम चौबे,दादी सरस्वती देवी, माता विजयलक्ष्मी, पिता नरेंद्र चतुर्वेदी , भाई प्रवीण चतुर्वेदी, आनंद दुबे ,ज्योति दुबे, गजाधर प्रसाद दुबे, अरविंद दुबे डॉ विशालाक्षी, अभिषेक त्रिपाठी डॉ अमिता, उमेश कुमार केसरी, डा अखिलेश सिंह, गणेश केसरी, प्रदीप शर्मा,शकील अहमद समेत समस्त शुभचिंतकों को दिया और कहा कि बड़े बुजुर्गों एवं गुरुजनों के आशीर्वाद से ही संभव हो पाया। आगे भी निस्वार्थ सेवा भाव से देश की सेवा के लिए सदैव प्रयास करते रहेंगे। इस कार्यक्रम का संचालन फराह नाज एवम् निशांत कुमार (कैनविनर) ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन संस्थापक अर्जुन प्रसाद जी ने किया।