🔴वाराणसी मिर्जामुरादपुर । क्षेत्र के कल्लीपुर स्थित आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, द्वारा “ सब्जियों की संरक्षित खेती से किसानों की आय दोगुनी” विषय पर आयोजित पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज दिनांक 04/07/2022 को शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का शुरुआत करते हुए केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉक्टर नरेंद्र रघुवंशी ने उपस्थित समस्त किसानो का स्वागत करते हुए केंद्र से जुड़कर खेती बाड़ी में कृषि तकनीकी का समावेश करने की सलाह दी। डॉक्टर रघुवंशी ने कहा क़ि “करके सीखो एवं देख के विश्वास करो” के सिद्धांत पर चल रहे केंद्र द्वारा किसानो को खेती में विविधिकरण पर ज़ोर देने की आवश्यकता है। उद्यान विभाग के वैज्ञानिक एवं विषय समन्वयक डॉक्टर मनीष पांडे बताया की संरक्षित खेती एक नियंत्रित वातावरण में फसल उगाने की एक प्रक्रिया है । इसका मतलब है कि तापमान, आर्द्रता, प्रकाश और ऐसे अन्य कारकों को फसल की आवश्यकता के अनुसार नियंत्रित किया जा सकता है। यह एक स्वस्थ और बड़ी उपज में सहायता करता है। उच्च उत्पादकता के परिणामस्वरूप फसल की उपज में वृद्धि होती है। पौधों के लिए बेहतर वातावरण प्रदान करता है। बारिश, हवा, उच्च तापमान से बचाता है और कीटों और बीमारियों के नुकसान को कम करता है जिससे गुणवत्ता और फसल की उपज में सुधार होता है जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती है|

उद्यान वैज्ञानिक एवं विषय समन्वयक डॉक्टर मनीष पांडे ने किसानो को सम्बोधित करते हुए सब्जियों की संरक्षित खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया तथा किस समय कौन सी सब्जी का उत्पादन किया जाए जोकि लाभदायक रहेगा यह भी बताया।इस कार्यक्रम में केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर अमितेश, डॉ राहुल सिंह,डॉक्टर प्रतीक्षा एवं श्री श्रीप्रकाश सिंह ने अपने विचार साझा किए।इस अवसर पर केंद्र के कर्मचारी प्रक्षेत्र प्रबंधक श्री राणा पियूष सिंह ,अरविंद कुमार, नागेंद्र, साहित लगभग 2 दर्जन से अधिक महिला एवं पुरुष किसानों ने भाग लिया।