🔴संत कबीर नगर / बार बार पार्टी बदलना कोई अच्छा कार्य नही है इस से जनता में गलत संदेश जाता है इसलिए किसी भी दल को छोड़ने या किसी भी दल में जाने से पहले सौ बार सोच लेना चाहिए मौसम अक्सर अदलते  रहते हैं ऐसी स्तिथि में मौसम वैज्ञानिक भी फेल हो जाते हैं जिस का उदाहरण अभी हाल ही हुआ विधान सभा चुनाव है ।

उक्त बातें सपा के वरिष्ठ नेता एवं ज़िला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष आफताब आलम खां ने महुली स्तिथि अपने जन सम्पर्क कार्यालय पर उपस्थित अपने समर्थकों व वहां पर मौजूद मीडिया कर्मियों के बीच में कही उन्होंने आगे कहा कि सपा के हार की ज़िम्मेदारी किसी एक व्यक्ति की नहीं बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ साथ दूसरे दल छोड़ कर सपा में आने वाले मौसम वैज्ञानिकों की भी है बार बार मौसम देख कर दल बदलने वाले लोगों को जनता बिल्कुल पसंद नहीं करती क्योंकि लोग दल बदलते ही अपनी शैली और भाषा बदल देते हैं जिस दल में जाते हैं उस दल की शान में कसीदे पढ़ने लगते हैं और जिस पार्टी को छोड़ कर के जाते हैं उस की बुराईयों की झड़ी और अम्बार लगा देते हैं जनता अब इस दोहरे रूप को बखूबी समझ चुकी है बार बार पार्टी बदलने से जनता में गलत संदेश जाता है जिसका खामियाजा पार्टी को भुगता पड़ता है बार बार पार्टी बदलने वालो लोगो का बहुत ही बुरा हश्र होता है इसलिए सपा के सभी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं से अनुरोध है कि जल्दबाज़ी में कोई फैसला न लें और दूसरे दलों से बार बार मिल कर के पार्टी की छवि धूमिल न करें और अपने हल्केपन का परिचय न दें हार और जीत एक सामान्य प्रक्रिया है इससे हतोत्साहित होने और घबराने की ज़रूरत नही है बल्कि विधान सभा चुनाव के हार की समीक्षा कर के हार के कारणों को दूर कर निष्ठा , ईमानदारी ,वफादारी व मेहनत से काम कर के आने वाले 2024 के संसदीय चुनाव में भारी जीत दर्ज करवा कर सपा का परचम लहराने का काम करें इस मौके पर मुन्नीलाल सिंह , जमशेद आलम खां , शाह आलम खां , फ़िरोज़ शर्मा , शमशेर आलम खां , अली हुसेन , मुहम्मद आरिफ सहित तमाम लोग मौजूद रहे ।