🔴मुंगेर जमालपुर — शहर के नया गाँव स्थित संतमत सत्संग आश्रम में सद्गुरु महर्षि मेंही परमहंस की 138 वीं जयंती धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विशेष सत्संग, पुष्पांजलि, स्तुति प्रार्थना, ग्रंथ पाठ, संतवाणी पाठ, गुरुवाणी पाठ, प्रभात फेरी, गुरु लंगर, भंडारा एवं आरती गान का कार्यक्रम हुआ तथा आश्रम हॉल में एक सत्संग सभा आयोजित कर सद्गुरु के जीवन उपदेश पर विभिन्न वक्ताओं द्वारा प्रकाश डाला गया। प्रभात फेरी गाजे-बाजे के साथ चार पहिए वाहन पर गुरु महाराज के भव्य तस्वीर को फूल माला से सजाकर नयागाँव आश्रम से निकालकर मुगंरौरा, आशिकपुर, रामनगर, दरियापुर, दौलतपुर, रामपुर, जमालपुर डीह, धर्मशाला रोड, सदर बाजार, स्टेशन रोड, मारवाड़ी पट्टी, जुबली कुआं, मुंगेर रोड, नया गाँव, सिकंदरपुर, ठाकुरबारी रोड, बजरंगबली चौक, डी० डी० तुलसी रोड, ईस्ट कॉलोनी होते हुए वापस आश्रम पहुंची। प्रभात फेरी में पुरुष वर्ग के सत्संगी के साथ-साथ महिला सत्संगी बहन एवं बच्चे लोग भी शामिल थे। जो गुरु महाराज का जयकारा लगाते हुए कई आध्यात्मिक नारा एवं भजन गा रहे थे। अध्यात्मिक नारे सर्व धर्म समन्वय का संदेश दे रहे थे। सत्संगी लोग हिंदू – मुस्लिम – सिख – इसाई सत्संग में सब आओ, बुद्ध कबीर और नानक प्यारे सभी संत हैं पूज्य हमारे, शांत सुखी जीवन जो चाहो संतमत के शरण में आओ, ज्ञान भक्ति का सार यही गुरु ईश मे भेद नहीं, सब धर्मों के तत्व को जानो ज्योति नाद को जीवन मानो इत्यादि बेहद आकर्षक नारा लगा रहे थे। सत्संग हॉल में आयोजित सत्संग सभा को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता स्वामी नरेंद्र बाबा ने कहा कि सद्गुरु महर्षि मेंही बीसवीं सदी के महान संत थे। उन्होंने कुप्पाघाट भागलपुर की गुफा में कठोर साधना की उन्हों उन्होंने दर्जनों आध्यात्मिक पुस्तकों की रचना की एवं लाखों भक्तों को गुरु दीक्षा देकर संतमत सत्संग से जोड़ने का काम किए। उन्होंने सर्व धर्म समन्वय का प्रचार किए एवं सभी धर्मों में संप्रदायों को एक करने का प्रयास किए तथा सब संतो की बड़ी बलिहारी का नारा दिए। प्रभात फेरी में स्वामी नरेंद्र बाबा, अर्जुन तांती, ओम प्रकाश गुप्ता, सीताराम वैद्य, जयशंकर प्रसाद, कन्हैयालाल चौरसिया, अंबिका तांती, राजन कुमार चौरसिया, आशीष कुमार अधिवक्ता, मनोज मिश्र, शंभू तांती शिवचरण साह, रामचंद्र मंडल, अशोक तांती, राजेश सरस्वती, सुभाष चौरसिया, उदय शंकर स्वर्णकार, रामदेव तांती, भुज नारायण पंडित, कन्हैया रजक, रंजन ठाकुर, मदन लाल मंडल, प्रमोद यादव, सिंघेश्वर साव, सच्चिदानंद मंडल, हलदर पंडित, रामस्वरूप मंडल, आरके निराला, अभिमन्यु साह, पवन चौरसिया, राजन चौरसिया, सहित सैकड़ों की संख्या में सत्संगी शामिल हुए जो जिनके हाथों में पताका लिए भजन गाते दिखे।