डॉ शशि कांत सुमन
मुंगेर। जिला पदाधिकारी नवीन कुमार ने सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक गुरूवार को पूर्वाह्न 09ः00 बजे से अपराह्न 02ः00 बजे तक आमजनों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुने तथा त्वरित कार्रवाई हेतु निर्देशित करें।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत अन्तर्गत स्वास्थ्य कार्ड वितरण की भी समीक्षा की गयी। जिले में अबतक 1.5 लाख कार्ड बनाये जा चुके है जबकि 7.8 लाख कार्ड बनाने का लक्ष्य है। सभी पंचायतों में सुविधा केन्द्र के माध्यम से मुफ्त कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया। जिला समन्वयक आयुष्मान भारत ने बताया कि प्रत्येक सेंटर पर प्रतिदिन 20 कार्ड बनाया जायेगा। प्रतिदिन 6000 कार्ड का निर्माण होगा। जिला पदाधिकारी ने कार्ड निर्माण को लेकर व्यापक प्रचार प्रसार करने को कहा। ई-रिक्शा के माध्यम से पंचायतों में माईकिंग कर बताया जायेगा कि सभी पंचायतों में स्थित सुविधा केन्द्र पर मुफ्त में (निःशुल्क) कार्ड बनाया जा रहा है। आंगनबाड़ी कर्मी, आशा, जीविका दीदी, विकास मित्र, टोला सेवक, तालिमी मरकज गांव-गांव में व्यापक प्रचार करेंगे।उन्होंने कहा कि पूर्व में कार्यपालक सहायक द्वारा बनाये गये कार्ड का वितरण भी सुनिश्चित करे। अच्छे कार्य करने वाले कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया जायेगा। आयुष्मान कार्ड द्वारा आच्छादित कार्डधारी को शहर में सिटी क्रिटिकल निजी हाॅस्पिटल में मुफ्त इलाज किया जाता है। जिले में अबतक 2700 से अधिक गोल्डन कार्डधारियों ने इसका लाभ उठाया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर दवा की उपलब्धता को लेकर जिला पदाधिकारी काफी गंभीर है। उन्होंने कहा कि दवा अनिवार्य रूप से काउंटर पर होनी चाहिए। उससे पूर्व दवा की उपलब्धता स्टोर रूम में रखनी चाहिए। जिला मुख्यालय सदर अस्पताल में सिर्फ ड्रग स्टोर दवा का अधियाचना समय पर करें। सरकार के मुफ्त स्वास्थ्य संकल्प को उन्होंने दोहराते हुए कहा कि दवा पर्याप्त मात्रा में हमेशा भंडार गृह में उपलब्ध रहनी चाहिए तथा ससमय दवा वितरण काउंटर पर भी निर्गत होनी चाहिए। गौरतलब है कि धरहरा प्रखंड के मानगढ़ गाॅव में कल 60 वर्षीय वृद्ध महिला को सांप काटा और उन्हें 1.30 घंटे बाद सुई दिया गया। ससमय इलाज नहीं होने पर उनकी मौत हुई। दवा भंडारपाल की लापरवाही को देखते हुए वहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी पदाधिकारी एवं भंडारपाल से स्पष्टीकरण की मांग की गयी। साथ ही एसडीओ सदर को इसकी स्थलीय जांच करने को भी कहा। उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि दवा ससमय आमजनों के लिए उपलब्ध हो। इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करे।