🛑जी. पी. दुबे
संवाददाता
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🟥बस्ती 12 सितम्बर गांव के संपर्क मार्गों के बदहाल दशा पर ना ही अधिकारियों का और ना ही जनप्रतिनिधियों की नजर जाती है |

टूटी सड़के, उखड़ी गिट्टीयां, बदहाल पटरिया अधिकांश गांव के संपर्क मार्गों की लगभग यही कहानी है | कहने को तो पक्की सड़क हैं लेकिन उस पर पैदल चलना भी मुश्किल होता है |
अभी हाल ही में भतरिंहा जोत के बदहाल संपर्क मार्ग को बनवाने के लिए वहां के ग्रामीणों द्वारा आंदोलन की चेतावनी दी गई है |
वहीं अब सदर तहसील के कुदरहा विकास क्षेत्र के उजियान पुर गांव के ग्रामीणों द्वारा लालगंज मार्ग से उजियान पुर गांव कों जोड़ने वाले टूटे हुई संपर्क मार्ग को बनवाने के लिए वहां के ग्रामीणों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया |
ग्रामीणों का कहना है 2008 में सड़क के निर्माण के बाद आज तक इस इस सड़क पर एक बार भी मरम्मत का कार्य नहीं हुआ है | उखड़ी गिट्टियों द्वारा अक्सर लोग चोटिल हो जाया कर रहे हैं| जबकि यह सड़क ब्लॉक मुख्यालय तक जाने के लिए कई गांव का मुख्य मार्ग है | उनका कहना है की समस्या पर जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है |
ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द से जल्द सड़क का निर्माण नहीं हुआ तो वह बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे |